जातीय हिंसा के आरोप में फंसे मेवाणी 

 04 Jan 2018  1213

 

सौम्य सिंह/in24 न्यूज़ 

पुणे के कोरेगांव भीमा में हुए हिंसा की वजह से बुधवार को पूरे महाराष्ट्र में बंद का मिलजुला सैर देखने को मिला। महाराष्ट्र से गुजरात तक इस हिंसा गूंज सुनाई दे रही है, हलाकि मामला अब शांत है और स्थिति सामान्य है। इस बीच महाराष्ट्र में गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर  खालिद के खिलाफ दोनों पर हिंसा को भड़काने के आरोप के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुणे के विश्रामबाग पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 153 ए, 505 और 117 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि 29 दिसंबर को एक महापुरुष की समाधि के कथित अपमान से शुरू हुई हिंसा ने बड़ा रूप ले लिया था। दो दिन बाद यानी 31 दिसंबर को जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद एक कार्यक्रम 'एलगर परिषद' में शिरकत किया था और ऐसा माना जा रहा है कि इसी कार्यक्रम में भाषण के दौरान कुछ भड़काऊ भाषण दिए गए , इसके अगले ही दिन 1 जनवरी को जश्न में शामिल होने गांव पहुंचे दलितों और कुछ स्थानीय हिंदूवादी संगठनों के बीच झड़प हुई जिसमे एक युवक की मौत हो गई थी।

इस बीच मुंबई में होने वाले जिग्नेश और खालिद के कार्यक्रम की अनुमति मुंबई पुलिस की तरफ से नहीं दी गई । मुंबई पुलिस ने इसे कानून व्यवस्था बिगड़ने का हवाला दिया और पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए जिग्नेश और उनके समर्थकों को गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि जिग्नेश मेवाणी ने 31 दिसंबर को दिए गए भाषण में पीएम मोदी पर तीखा हमला किया था।