बुआ को बबुआ की पार्टी सपा से जान का खतरा

 09 Jan 2024  94

संवाददाता/in24 न्यूज़.
यूपी में समाजवादी पार्टी पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी दलित विरोधी है, जिससे उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया है। मायावती ने इसे लेकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर कई पोस्ट किए और कहा कि सपा अति पिछड़ों के साथ-साथ जबरदस्त दलित विरोधी पार्टी भी है, हालांकि बीएसपी ने पिछले लोकसभा आम चुनाव में सपा से गठबंधन करके इनके दलित विरोधी चाल, चरित्र और चेहरे को थोड़ा बदलने का प्रयास किया, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद ही सपा पुन: अपने दलित विरोधी जातिवादी एजेंडे पर आ गई। इतना ही नहीं मायावती ने कहा कि और अब सपा मुखिया जिससे भी गठबंधन की बात करते हैं, उनकी पहली शर्त बसपा से दूरी बनाए रखने की होती है, जिसे मीडिया भी खूब प्रचारित करता है।  वैसे भी सपा के दो जून 1995 (गेस्ट हाउस कांड) सहित घिनौने कृत्यों को देखते हुए और इनकी सरकार के दौरान जिस प्रकार से अनेकों दलित-विरोधी फैसले लिए गए हैं, जिनमें बीएसपी यूपी स्टेट ऑफिस के पास ऊंचा पुल बनाने का कृत्य भी है, जहां से षड्यंत्रकारी अराजक तत्त्व पार्टी दफ्तर, कर्मचारियों व राष्ट्रीय प्रमुख को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिसकी वजह से पार्टी को महापुरुषों की प्रतिमाओं को वहां से हटाकर पार्टी प्रमुख के निवास पर शिफ्ट करना पड़ा। पार्टी दफ्तर के लिए सुरक्षित स्थान की मांग करते हुए उन्होंने लिखा है कि असुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा सुझाव पर पार्टी प्रमुख को अब पार्टी की अधिकतर बैठकें अपने निवास पर करने को मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसे में कहा जा सकता है कि बुआ का बबुआ पर से भी भरोसा उठ गया है।