झारखंड के नए मुख्यमंत्री बने चंपई सोरेन

 02 Feb 2024  485

संवाददाता/ in24 न्यूज़.  
झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में आज चंपई सोरेन ने शपथ ग्रहण की। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार दोपहर 12.20 बजे उन्हें शपथ दिलाई। उनके साथ दो मंत्रियों कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में सीएम और तीन मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए दस दिनों का समय दिया है। आलमगीर आलम झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं, सत्यानंद भोक्ता राजद के इकलौते विधायक हैं। दोनों इसके पहले की हेमंत सोरेन सरकार में भी मंत्री थे। चंपई सोरेन झारखंड के 12वें  मुख्यमंत्री हैं। हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद करीब 30 घंटे तक चले हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामे के बाद गुरुवार की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे राजभवन बुलाकर राज्यपाल ने उन्हें सीएम के रूप में नियुक्त करने की सूचना दी और मनोनयन पत्र सौंपा। हेमंत सोरेन ने ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद बुधवार की रात करीब साढ़े आठ बजे सीएम पद से इस्तीफा दिया था। इसके तुरंत बाद चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। उन्होंने कहा था कि हमें कुल 47 विधायकों का समर्थन हासिल है। राज्यपाल की ओर से इसपर फैसले में विलंब होने पर गुरुवार को चंपई सोरेन ने शाम साढ़े पांच बजे राज्यपाल से मुलाकात कर एक बार फिर सरकार बनाने का दावा पेश किया था और उनसे आग्रह किया कि उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई जाए। इससे पहले चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन से मुलाकात की। इसके बाद चंपई ने कहा कि गुरुजी हमारे आदर्श हैं, शपथ लेने से पहले हम गुरुजी और माताजी (रूपी सोरेन) से आशीर्वाद लेने आए थे। मैं झारखंड आंदोलन से जुड़ा था और मैं उनका शिष्य हूं। झारखंड में 23 साल में 11 बार सीएम बदले हैं। इनमें अर्जुन मुंडा और शिबू सोरेन तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बने। रघुवर दास एकमात्र ऐसे सीएम रहे, जिन्होंने पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा किया। बता दें कि दस दिनों में चंपई सोरेन को बहुमत साबित करना होगा।