साध्वी प्रज्ञा ने ममता को पागल बताया

 13 Dec 2020  512

संवाददाता/in24न्यूज़.
कहा जाता है कि एक औरत का दर्द एक औरत समझती है, मगर यह कहावत संभवतः राजनीति में लागू नहीं होती. अपने विवादित बयानों से चर्चे में रहनेवाली भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पागल कह डाला। साथ ही कहा कि बंगाल हिंदू राज्य बनेगा। वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग भगवा को आतंकवादी कहते हैं, वे छत्रिय नहीं होते हैं। बंगाल में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हुए हमले पर बोलते हुए सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने सीएम ममता बनर्जी को पागल बताया है। साथ ही बंगाल को हिंदू राज्य बनाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पागल हो गई हैं। वो तिलमिला गई हैं। उनको समझ आ गया है कि ये भारत है, पाकिस्तान नहीं, जिस पर शासन कर रही हैं। बंगाल में बीजेपी और हिंदू का शासन आएगा। बंगाल अखंड भारत का हिस्सा है, वो इसे अलग करने का प्रयास कर रहीं हैं। सीहोर में एक कार्यक्रम में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि राष्ट्रहित में क्षत्रियों को अधिक संख्या में बच्चे पैदा करना चाहिए। क्षत्रिय कुल खत्म हो जाएगा तो राष्ट्र की रक्षा कौन करेगा? देश की रक्षा के लिए संतान पैदा कीजिए और उन्हें सैनिक बनाइए। ये कानून तो उन लोगों पर लागू होना चाहिए जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहते हैं। इसके साथ ही सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग राष्ट्र को अपमानित करते हैं, भगवा को आतंकवादी कहते हैं, वो क्षत्रिय नहीं होते। वे लोग भगवा का अपमान करते हैं, हिंदुत्व का अपमान करते हैं, ऐसी शब्द बोलने वाले लोगों को राजा नहीं कहना चाहिए। किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि देश विरोधी लोग इसमें शामिल हैं। ये किसान नहीं, उनके वेश में वामपंथी और कांग्रेसी छुपे हुए हैं। ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि ये किसान नहीं अन्य प्रकार के लोग किसानों के वेश में आकर भ्रम फैला रहे हैं। बता दें कि बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। बता दें कि अपने बयानों से हमेशा सुर्ख़ियों में रहनेवाली साध्वी प्रज्ञा के कई बयानों को पार्टी ने कभी गंभीरता से नहीं लिया.