ममता के एक और विधायक ने दिया इस्तीफ़ा

 18 Dec 2020  457

संवाददाता/in24 न्यूज़.
तृणमूल कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती पैदा हो गई है कि जो लोग पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं उसपर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अंकुश लगा पाने में असमर्थ साबित हो रही हैं. बता दें कि पश्चिम बंगाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस  में भगदड़ मच गई है। एक और वरिष्ठ नेता शीलभद्र दत्ता ने भी आज पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को एक और झटका लगा है। तृणमूल कांग्रेस के विधायक शीलभद्र दत्त ने पार्टी छोड़ दी है। दत्त पिछले दो दिन में इस्तीफा देने वाले तीसरे नेता हैं। इससे पहले, सुवेंदु अधिकारी और जितेंद्र तिवारी ने गुरुवार को अपना इस्तीफा सौंपा था। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे बीजेपी में किसी की समय शामिल हो सकते हैं। बता दें कि शीलभद्र दत्ता 24 परगना जिले के बैरकपुर से विधायक हैं। दत्ता दो बार विधायक रह चुके हैं। दत्ता ने बताया कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को ईमेल कर अपना इस्तीफा भेज दिया है। पश्चिम बंगाल में तेज सियासी हलचल के बीच केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला आज डीजीपी विरेंद्र और मुख्य सचिव अलप्पन बंदोपाध्याय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करेंगे। एक दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने तीनों आईपीएस अधिकारियों को फिर से समन भेजा था। बता दें कि पश्चिम बंगाल में जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद से डीजीपी- मुख्य सचिव के अलावा तीन आईपीएस अधिकारियों को तलब किया जा चुका है लेकिन राज्य सरकार ने इससे इनकार कर दिया था। वहीं तृणमूल कांग्रेस में बड़े नेताओं के बागी होने के बाद पार्टी की चिंता बढ़ने लगी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की इमर्जेंसी की मीटिंग बुलाई है। हालांकि, टीएमसी के सूत्रों का कहना है कि ये कोई इमर्जेंसी मीटिंग नहीं है, बल्कि ये पार्टी की नियमित बैठकों का ही एक हिस्सा है। खबर है कि अभी कई लोग पार्टी से नाराज़ हैं और जिस तरह नेताओं द्वारा इस्तीफा देने क दौर शुरू हो गया है वह पार्टी के लिए हितकर नहीं है, हालांकि ममता का कहना है कि कुछ लोगों के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता।