देश भर के कई स्कूलों को है शिक्षकों का इंतज़ार
05 Sep 2018
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संवाददाता/in24 न्यूज़। शिक्षा ही इंसान का मार्ग प्रशस्त करती है. देश में हर साल 5 सितंबर को टीचर्स डे यानी शिक्षक दिवस बहुत उल्लास के साथ मनाया जाता है. देश के पहले उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. लेकिन वास्तव में वर्तमान समय की बात करें तो देश में शिक्षकों की भारी कमी है.
पिछले साल संसद में मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी देश में टीचर्स की कमी के बारे में बताया कि प्राथमिक स्तर पर पूरा देश 17.51% शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है. वही सेकेंडरी लेवल पर 14.78% शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं.
शिक्षा की बात करें तो बेहतर शिक्षा की शुरुआत प्राथमिक स्तर पर ही होती है. लेकिन देश में प्राथमिक शिक्षा की हालत बहुत अच्छी नहीं है. प्राथमिक स्तर की बात करें तो झारखंड में सबसे ज्यादा 38.39% शिक्षकों की कमी है. टॉप 5 राज्यों में झारखंड सहित बिहार, दिल्ली, पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ भी शामिल है. वहीं अगर सेकेंडरी लेवल की बात करें तो उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा सेकेंडरी लेवल के शिक्षकों की कमी है. यहां सेकेंडरी लेवल पर शिक्षकों के 50 फ़ीसदी पद रिक्त हैं. इसके अलावा लक्षद्वीप, बिहार, त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ भी शिक्षकों की कमी का यही हाल है. मानव संसाधन मंत्री के अनुसार देश में अभी प्राथमिक स्तर के लिए 907585 और सेकेंडरी स्तर के लिए 106906 शिक्षकों की भर्ती की जानी है, जिनकी अभी कमी है. ऐसे में टीचर्स दे मनाने का असली आनंद कैसे आए!