आज कोरोना की रफ़्तार 3,46,786 तक पहुंची

 24 Apr 2021  639

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना ने देशभर में हाहाकार मचा रखा है. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3,46,786 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,66,10,481 हुई. 2,624 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,89,544 हो गई है. देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 25,52,940 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,38,67,997 है. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 29,01,412 वैक्सीन लगाई गईं, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 13,83,79,832 हो गया है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार भारत में कल तक कोरोना वायरस के लिए कुल 27,61,99,222 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 17,53,569 सैंपल कल टेस्ट किए गए. पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों में 12,876 नए कोरोना मामले, 59 मौतें और 6,878 डिस्चार्ज दर्ज़ किए गए. महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 66,836 नए मामले सामने आए हैं. 74,045 लोग डिस्चार्ज हुए और 773 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई. मुंबई में पिछले 24 घंटों में 7,221 नए कोरोना मामले, 9,541 रिकवरी और 72 मौतें रिपोर्ट की गई. उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में कोरोना 4,339 नए मामले सामने आए हैं. 1,179 लोग डिस्चार्ज हुए और 49 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई. राज्य में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 29,949 है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि देशवासियों से मेरा निवेदन है कि सब धैर्य बनाकर रखें. जिसे ज़रूरत है वे ही अस्पताल जाएं। 98-99 फीसदी मरीजों को शायद अस्पताल जाने की ज़रूरत भी नहीं पड़ती है. वे घर में ही ठीक हो सकते हैं और अधिकांश मरीज घर में भी ठीक हो रहे हैं। ज़रूरत पड़ने पर ही अस्पताल जाएं. भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की गंभीरता को देखते हुए कई देश मदद का ऑफर दे रहे हैं. अमेरिका ने भारत की मदद करने की बात कही है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि भारतीय और अमेरिकी अधिकारी इस समय भारत की संभावित मदद को लेकर संपर्क में हैं. लेकिन क्या अमेरिका भारत को वैक्सीन भेजेगा उन्होंने इसपर कोई टिप्पणी नहीं की. उन्होंने कहा कि मैं पहले ये बता दूं हूं कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के लोगों के लिए हमारी गहरी सहानुभूति रखता है जो इस वैश्विक महामारी के दौरान पीड़ित हैं और हम संकट को दूर करने में मदद करने के तरीकों की पहचान करने के लिए राजनीतिक और विशेषज्ञ दोनों स्तरों पर भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. बता दें कि आम आदमी कोरोना की वजह से घर बैठने को मजबूर हो गया है.