सीएम फड़णवीस पर शिवसेना मंत्रियो का हमला ?

 14 Nov 2018  1025

संवाददाता/ in24न्यूज़/ मुंबई-

केंद्र और राज्य सरकार की सहयोगी दल शिवसेना के तेवर बदल गए हैं. राज्य की फड़णवीस सरकार पर हमेशा खामोश रहने वाली शिवसेना के मंत्रियो ने भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाना शुरू कर दिया हैं. मंगलवार को मंत्रिमंडल बैठक के दौरान शिवसेना के मंत्रियों ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा जिसमे चंद्रपुर जिले में लागू शराब बंदी को हटाने और बाघिन अवनि की हत्या मामंले में जांच की मांग की. बैठक के बाद इस मामले में उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि इस बैठक में हमने यवतमाल जिले के पांढरकवडा जिले में मारी गई बाघिन अवनि (टी-1) की न्यायिक जांच की मांग की हैं. बाघिन की दो शावकों के भूखे रहने की आशंका हैं और उन्हें बचाने के लिए वन विभाग ने क्या किया था.इस पर सरकार की तरफ से कहा गया है कि दोनों शावकों की तलाश की जा रही हैं.जिसके जबाब में वन मंत्री  सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि जब तक वे मंत्रिमंडल की बैठक में उपस्थित थे तो,किसी ने भी अवनि का कोई मामला नहीं उठाया  उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के पांच न्यायाधीशों की समिति बनाकर जांच कराने का अनुरोध उन्होंने ही मुख्यमंत्री से किया है.वही शिवसेना की तरफ से  गोवा सरकार से मछली मारने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का आग्रह करने की मांग सरकार से की गई.गोवा में मछली मारने पर लगे प्रतिबंध की वजह से कोकण के मछली पकड़ने वालों को भारी नुकसान हो रहा है। राज्य में सूखे की स्थिति को देखते हुए सीधे जानवरों तक चारा पहुंचाने की मांग सेना के मंत्रियो ने सरकार से की वहींऔरंगाबाद जिले का नाम संभाजी नगर और उस्मानाबाद जिले का नाम धाराशिव करने पर हो रही देरी के बारे में उद्योग मंत्री देसाई ने मुख्यमंत्री से पूछा कि नाम बदलने में इतनी देरी क्यों हो रही है? उन्होंने कहा कि एक रात में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया। लेकिन 1995 से युति सरकार के वक्त औरंगाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव अभी तक केंद्र सरकार के पास क्यों पड़ा है? देसाई ने बताया कि उनके सवालों पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है.