आयोध्या के राम मंदिर में पुजारी से लेकर ड्रेस कोड तक लागू होंगे नए नियम
01 Jul 2024
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अयोध्या में राम मंदिर स्थापना को 6 महीने पूरे हो चुके है. हालाँकि आएं दिन अयोध्या सुर्ख़ियों में बना रहता है, दरअसल हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में अयोध्या (फैजाबाद) में बीजेपी की तरफ से मैदान में उतरे हुए सांसद को समाजवादी पार्टी के नेता अवधेश प्रसाद ने हराया था जिसके बाद से ही अयोध्यावासियों को लेकर समस्त देश वासियों के मन में रोष उत्पन्न हुआ है.
वहीं रामलला मंदिर के गर्भगृह में पहली बारिश के दौरान पानी टपकने की घटना के बाद मंदिर के पुजारियों और ट्रस्ट के बीच विवाद देखने को मिली. इसके बाद अब भगवान राम की सेवा के लिए 20 नए अर्चक (पुजारी) तैनात किए गए है. बता दें की रामलला मंदिर का ट्रस्ट प्रधानमंत्री कार्यालय की देखरेख में काम करता है. संघ के राजेंद्र सिंह रज्जू भैया को राम मंदिर का प्रभारी बनाया गया है.
राम मंदिर में प्रभु राम की सेवा आराधना एक बालक के रूप में की जाती है. बीतें दिनों रामलला के मंदिर परिसर में पुजारी के लिए प्रशिक्षण चलाया गया था. इससे 20 योग्य और सर्वश्रेष्ठ अर्चकों का चयन राम जन्मभूमि परिसर में पूजा के लिए किया गया है. इन अर्चक को राम मंदिर में पहले से तैनात पुजारी के साथ चयनित पुजारी सहयोग करेंगे.
राम मंदिर में बदलाव के मद्देनजर ड्रेस कोड भी लागू किया जाएगा. जहां एक तरफ राम मंदिर के पुजारी चौबन्दी साफा और धोती धारण करेंगे तो वहीं परिसर में कार्यरत अन्य कर्मचारियों का भी ड्रेस कोड राम मंदिर ट्रस्ट जल्द ही लागू करेगा. ड्रेस कोड के अलावा कोई भी पुजारी भगवान राम के गर्भ ग्रह में अब एंड्रॉयड फोन नहीं ले जा सकेगा. वहीं आनेवाले समय में राम मंदिर में पूजा पाठ की परम्पराओं में भी कई बदलाव देखें जा सकते है.
दरअसल देश के 500 से ज्यादा अर्चकों ने अपना फॉर्म राम मंदिर ट्रस्ट में जमा किया था. इंटरव्यू के बाद 20 अर्चक चुने गए थे. इन अर्चकों की 6 महीने तक ट्रेनिंग चली थी. अब ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है. अब अर्चक राम मंदिर में सहायक पुजारी के साथ क्रमबद्ध होकर एक-एक सहायक पुजारी के साथ पांच-पांच अर्चक प्रभु राम की सेवा आराधना करेंगे.