एंड्रॉयड स्मार्टफोन का दुश्मन है एजेंट स्मिथ
25 Jul 2019
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
अगर आप स्मार्ट मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं तो हो जाइए सावधान! क्योंकि एंड्रॉएड स्मार्ट फोन में घुसने वाले खतरनाक वायरस की जिसको लेकर एंड्रॉयड स्मार्टफोन में सिक्योरिटी को लेकर हमेशा खतरा बना रहता है. आए दिन एंड्रॉयड फोन में मैलवेयर या वायरस देखने को मिल जाते हैं. अब सिक्योरिटी फर्म चेकप्वाइंट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि दुनियाभर के लगभग 2.5 करोड़ एंड्रॉयड फोन ऐसे हैं जिसको "एजेंट स्मिथ" नाम के वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ भारत में ही लगभग 1.5 करोड़ फोन इस वायरस से प्रभावित हुए हैं. यह वायरस एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में यूजर्स की जानकारी के बिना पहुंच जाता है और खास बात यह है कि गूगल से संबंधित एप के जरिए फोन में आ जाता है. ऐसे में लोगों को इसकी जरा सी भी भनक नहीं लगती है. यह एप यूजर्स के फोन में पहले से मौजूद एप को वायरस वाले एप से बदल दे रहा है. इस वायरस की चपेट में भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका तक के यूजर्स आए हैं. यदि ये वायरस आपके फोन में पहुंच गया है तो वह आपकी इजाजत के बिना ही आपके डिवाइस का पूरा एक्सेस ले चुका होगा, यानी कैमरा, लोकेशन, कॉल और मैसेज के एक्सेस उसके पास होंगे. इसके बाद यह एप आपके फोन में तमाम तरह के वित्तीय धोखाधड़ी वाले विज्ञापन दिखा रहा होगा. इन विज्ञापनों की मदद से यह वायरस आपकी वित्तीय जानकारी भी चोरी कर सकता है. इस एप की खास बात यह है कि इसका आइकन आपको नहीं दिखेगा. ऐसे में आपको पता ही नहीं चलेगा कि यह ऐप आपके फोन में है भी या नहीं! यह एप आपके फोन में मौजूद व्हाट्सएप और गूगल जैसे लोकप्रिय एप को भी रिप्लेस कर सकता है. यह एप आपके प्ले स्टोर से कोई भी एप डाउनलोड कर सकता है. ऐसे एप को डाउनलोड करने पर मजबूर करने के लिए वह फ्री गेम एप्स, एडल्ट (पोर्न) और फ्री ऑफर्स जैसे विज्ञापन दिखाता है. ये एप्स जैसे थर्ड पार्टी एप स्टोर से डाउनलोड होने वाले एप्स इनक्रिप्टेड होते हैं और उनमें पहले से ही वायरस मौजूद होते हैं. इसके बाद आपके फोन में आने वाले एप्स यूजर्स के फोन में मौजूद व्हाट्सएप, शेयरइट जैसे लोकप्रिय एप की जांच करता है. इसके बाद जैसे ही पहले से ही तय किया गया कोई एप यूजर्स के फोन में मिलता है तो वायरस असली एप को उसी नाम से बदल देता है. ऐसे में लोगों को पता ही नहीं चलता है कि वे असली एप इस्तेमाल कर रहे हैं या वायरस वाले एप. एजेंटस स्मीथ एप आपके एन्ड्रोईड फोन को इनफेक्ट करता है. गुगल ने एन्ड्रोईड से करीब 12 से 15 एप निकाल दिए हैं उस एप को इसने इनफेक्ट किया है अगर वो एप आपके एप में हो तो आगे चलके ये आपके वॉट्सएप को भी इनफेक्ट कर देता है इंडिया में तकरीबन 1.5 करोड लोगो के फोन इनफैक्ट हो चुके हैं. जिनके फोन इनफैक्ट हो चुके हैं उन लोगो को बहुत ज्यादा पॉर्न एड दिखने लगी होगी. अगर ऐसा हो रहा होगा तो आप व्हाट्सएप से सारा डेटा डिलीट कर दिजिए या फिर व्हाट्सएप फिर से रिस्टोर किजीए। जब कोई एप डाउनलोड किया जाता है ठीक उसी वक्त एजेंट स्मिथ आपके स्मार्टफोन के एप में आ जाता है और आपको पता भी नही चलता है. ये पहले आपको पॉप एप के जरीए पॉर्न वीडियो या फोटो भेजता है. आप उसको देखते हैं तो उस व्यू का पैसा एजेंट स्मिथ के अंकाउट में जाता है. यही नहीं जब एजेंट स्मिथ का वायरस एक बार आपके स्माटफोन में आ गया तो वो आपका डेटा चोरी करके किसी को भी दे सकता है या उसका मिस यूज़ कर सकता है. पुलिस के अनुसार मुंबई में अभी तक इस मामले में कोई भी शिकायत साईबर सेल या मुंबई पुलिस को नही मिली है.