दिल्ली में आग से 43 लोगों की मौत

 08 Dec 2019  3001

संवाददाता/in24 न्यूज़। 

दिल्ली के रानी झांसी रोड में रविवार सुबह भीषण आग लग गई जिसमें अब तक 43 लोगों की मौत हुई है. पुलिस प्रशासन और दमकल विभाग का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है जिसमें 50 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला गया है. आग पहले अनाज मंडी में लगी, उसके बाद तीसरी मंजिल पर चल रही पैकेजिंग फैक्ट्री में लग गई. जख्मी लोगों को लोक नायक जयप्रकाश नारायण और लेडी हार्डिंग्स जैसे अस्पतालों में पहुंचाया गया है.आग की इस भीषण घटना में जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें कुछ दम घुटने से भी मारे गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि कुछ लोगों को बेहोशी की हालत में इलाज के लिए लाया गया था. बाद में वे मृत पाए गए. कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी हालत गंभीर है. डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें बचाने की कोशिश जारी है. घायलों में कई 50 फीसदी से ज्यादा जल गए हैं. लेडी हार्डिंग्स अस्पताल में भी कुछ लोगों को दाखिल कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है.पुलिस का कहना है कि मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. घटनास्थल पर चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन दिल्ली का सबसे बड़ा ऑपरेशन है क्योंकि पुलिस काफी मशक्कत के बाद मौके पर पहुंच पाई है. अभी तक 56 लोगों को निकाला जा चुका है. आग का कारण शॉर्ट शर्किट बताया जा रहा है. दो घरों की सीढ़ी एक थी इसलिए अफरा-तफरी में लोग सुरक्षित नहीं निकल पाए और आग में फंस गए. कई अस्पतालों के डॉक्टर एक साथ काम कर रहे हैं और इलाज कर रहे हैं.रानी झांसी रोड में गलियां काफी संकरी हैं, इसलिए दमकल कर्मियों को घटनास्थल पर पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हालांकि तमाम मुश्किलों के बावजूद कई लोगों को बचाया गया है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है. चश्मदीदों के मुताबिक मृतकों में ज्यादातर बाहर के हैं. जिनमें बिहार और यूपी के लोग शामिल हैं. 100-150 लोग हादसे का शिकार हुई बिल्डिंग में काम करते थे. यहां बैग बनाने का भी काम होता था जहां मजदूर दिन रात काम करते थे. आम लोगों ने भी कई घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचायाजिस इलाके में आग लगी है वहां हथरघा के काम ज्यादा होते थे. सिलाई-कढ़ाई और उससे जुड़े पैकिंग के काम होते थे. इस इलाके में घर एक दूसरे से जुड़े हैं, इसलिए मौतों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है. यहां दमकल विभाग का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है.इस घटना को लेकर पीएम मोदी ने शोक जताया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'दिल्ली के अनाज मंडी में आग लगने की घटना दिल दहलाने वाली है. मेरी गहरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं. जो भी इस वारदात में झुलसे या घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. अधिकारी त्रासदी स्थल पर हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं.'वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने इस दुर्घटना पर दुख जाहिर करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'इस प्रकार एक साथ कई लोगों की मौत, अत्यंत दुखदायी है. मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के साथ हैं. मैं हादसे में घायल सभी लोगों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैंने सभी संबंधित विभागों को सुविधा मुहैया करना का आदेश दिया  है.'वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दुख ज़ाहिर करते हुए लिखा, 'आग की घटना की ख़बर बहुत दुखदायी है. रेस्क्यू ऑपरेशन्स जारी है. दमकल अधिकारी, लोगों को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है.'हीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख व्यक्त करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'दिल्ली की अनाज मंडी में आग लगने की दुखद खबर सुनकर बहुत पीड़ा हुई है. मेरी गहन संवेदना प्रभावित परिवारों के साथ है. मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन लोगों को बचाने और मदद मुहैया कराने की भरसक कोशिश कर रहा है' वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस अग्निकांड की मजिस्ट्रेट जांच करने की बात कही है.सीएम केजरीवाल ने कहा है कि इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच होगी. वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घटनास्थल पर पहुंचे और इसके बाद घायलों को देखने अस्पताल भी गए. घटना के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया. इसके अलावा घायलों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि घायलों का मुफ्त इलाज होगा..