कोरोना के लापता मरीज़ों से परेशान है मुंबई महानगरपालिका
20 May 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस की चपेट में आने के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. इसके साथ ही कोरोना के लापता मरीज मुंबई महानगरपालिका के लिए बड़ी चिंता बनते जा रहे हैं। मरीज अपनी पहचान छुपाने के साथ साथ गलत नाम व पते के साथ साथ गलत मोबाइल नंबर भी बता रहे हैं। हालांकि यहां का प्रशासन इन लोगों का पता लगाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है। पर वह सभी लोगों तक पहुंचने या उनको खोजने में नाकाम साबित हो रहा है। मुंबई महानगरपालिका के एक अधिकारी ने कहा कि मरीजों का लापता होना उन मामलों में आम बात है जहां लोगों को संक्रमण के हल्के लक्षण होते हैं या जिनमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं होते और जो निजी प्रयोगशालाओं में अपनी जांच कराते हैं। अधिकारी ने कहा कि जब जांच कराने वाले लोग अपना पता या फोन नंबर जैसी चीजें सही नहीं बताते और वे संक्रमित पाए जाते हैं तो हम उनका पता लगाने की कोशिश करते है। यहां तक कि परीक्षण प्रयोगशालाएं भी लोगों का सही ब्योरा भरने में गलती कर देती हैं। हर रोज बढ़ रहे महामारी के मामलों की वजह से परेशान नगर निकाय के लिए लापता मरीज एक बड़ी चिंता का विषय हैं। मुंबई में कोरोना वायरस का पहला मामला 11 मार्च को सामने आया था और 19 मई तक महानगर में संक्रमण मामलों की संख्या 22,700 से ऊपर पहुंच गई। महानगरपालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार लापता मरीजों का पता लगाने के लिए बीएमसी मतदाता सूची और संपत्ति के कागजात खंगालने सहित सभी तरीके अपनाती है। उन्होंने कहा कि कई मामलों में बीएमसी ने लापता मरीजों का पता लगाने के लिए निजी प्रयोगशालाओं की सीसीटीवी फुटेज तक खंगाली है।