दिल्ली में इस बार सार्वजानिक छठ पूजा की अनुमति नहीं

 18 Nov 2020  1373

संवाददाता/in24 न्यूज़.
दिल्ली में राजनीतिक घमासान के बाद छठ पूजा को हाईकोर्ट ने अनुमति नहीं दी हैं.  छठ पूजा को लेकर सभी श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। जगह-जगह पर छठ की तैयारियां की जा रही हैं। इसी बीच दिल्ली हाईकोर्ट ने कोविड-19 के मद्देनजर दिल्ली सरकार की ओर से सार्वजनिक स्थलों, तालाबों, नदी तटों और बाकी स्थलों पर छठ पूजा के आयोजन पर लगाए गए प्रतिबंध में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएम) के अध्यक्ष की ओर से जारी प्रतिबंध के आदेश को चुनौती देने वाली एक याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। डीडीएमए ने अपने आदेश में कहा था कि 20 नवंबर को छठ पूजा के लिए सार्वजनिक स्थलों पर कोई भीड़ जुटने की अनुमति नहीं होगी। न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सुब्रह्मण्यम प्रसाद वाली एक पीठ ने कहा कि पूजा के लिए लोगों को जमा होने की अनुमति देने से संक्रमण का प्रसार हो सकता है। ये कहते हुए पीठ ने याचिका खारिज कर दी। पीठ ने कहा कि मौजूदा समय में इस तरह की याचिका जमीनी सच्चाई से परे है। कोर्ट का कहना है कि छठ पूजा आयोजन की अनुमति देना कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से फैलने का कारण साबित हो सकता है। गौरतलब है कि दिल्ली में 28 अक्टूबर के बाद से कोरोना वायरस के मामलों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई, जब पांच हजार से अधिक नए मामले सामने आए थे। 11 नवम्बर को यहां आठ हजार से अधिक नए मामले सामने आए थे। वहीं राजधानी दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने इस बार छठ पूजा पर 20 नवंबर को छुट्टी का ऐलान किया है। हालांकि, दिल्ली में इस वर्ष छठ महापर्व की पूजा श्रद्धालुओं को अपने घरों में ही करनी होगी। दिल्ली सरकार ने कोरोना महामारी के राजधानी में कहर को देखते हुए बीते दिनों ये फैसला लिया है। दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव ने 11 नवंबर को जारी आदेश में कहा था कि सार्वजनिक जगहों, नदी के किनारे घाटों, मंदिरों आदि जगहों पर छठ पूजा मनाने की अनुमति इस साल छठ महापर्व पर नहीं होगी। आस्था का महापर्व छठ पूजा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस बार षष्ठी तिथि 20 नवंबर 2020, शुक्रवार को है। छठ पूजा बिहार और झारखंड के निवासियों का प्रमुख त्योहार लेकिन इसका उत्सव पूरे उत्तर भारत में देखने को मिलता है। सूर्य उपासना के इस पर्व को प्रकृति प्रेम और प्रकृति पूजा का सबसे उदाहरण भी माना जाता है। चार दिन तक चलने वाले छठ पूजा पर्व पर यूपी, बिहार और झारखंड में जबरदस्त उत्सव और उत्साह का महौल देखने को मिलता है। इस बार कोरोना महामारी का प्रकोप होने के चलते कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में पाबंदियां लगी हुई हैं। इसके बादजूद भी लोगों का जुनून और आस्था कम होती नहीं दिख रही। मगर जिस तरह कोरोना का संकट टला नहीं है ऐसे में भीड़भाड़ से बचना एक आवश्यक विकल्प है.