केंद्र सरकार ने नेजल वैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए दी मंजूरी

 23 Dec 2022  657

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना संक्रमण (corona infection) के बढ़ते संकट के बीच केंद्र सरकार ने देश में नेजल वैक्सीन (nasal vaccine) को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। यह बूस्टर खुराक के तौर पर लगाई जा सकेगी। निर्णय के मुताबिक, नेजल वैक्सीन पहले निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी। इस वैक्सीन को सरकार ने भारत के कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीनेशन प्रोग्राम में आज से ही शामिल किया है। इससे पहले भारत के औषधि महानियंत्रक DCGI ने भारत बायोटेक की इंट्रा नेजल कोविड वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। यह वैक्सीन नाक के जरिए स्प्रे करके दी जाती है, मतलब वैक्सीन लेने वाले की बांह पर टीका नहीं लगाया जाता। DCGI ने इंट्रा नेजल कोविड वैक्सीन को 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए मंजूरी दी है। भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का नाम BBV154 है। बता दें कि हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने नेजल वैक्सीन का 4 हजार वॉलिंटियर्स पर क्लीनिकल ट्रायल किया है। इनमें से किसी पर इसका कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। अगस्त महीने में तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के बाद साफ हो गया था कि BBV154 वैक्सीन इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है। BBV154 के बारे में भारत बायोटेक ने बताया है कि इस वैक्सीन को नाक के जरिए दिया जाता है। यह भी कहा गया है कि यह वैक्सीन किफायती है जो कि कम और मध्यम आय वाले देशों के लिए ठीक रहेगी। बताया गया है कि यह वैक्सीन इंफेक्शन और संक्रमण को कम करेगी। कोरोना समेत ज्यादातर वायरस म्युकोसा के जरिए शरीर में जाते हैं। म्युकोसा नाक, फेफड़ों, पाचन तंत्र में पाया जाने वाला चिपचिपा पदार्थ होता है। नेजल वैक्सीन सीधे म्युकोसा में ही इम्युन रिस्पॉन्स पैदा करती है, जबकि मस्कुलर वैक्सीन ऐसा नहीं कर पाती। ये वैक्सीन सिर्फ बूस्टर डोज के तौर पर लगाई जाएगी। यानी, जो लोग पहले वैक्सीन की दो डोज ले चुके हैं, उन्हें ही ये वैक्सीन दी जाएगी। कोविन पोर्टल पर मौजूद डेटा बताता है कि अब तक 95.10 करोड़ से ज्यादा लोग वैक्सीन की दो डोज ले चुके हैं। लेकिन सिर्फ 22.20 करोड़ लोगों ने ही बूस्टर डोज ली है। बता दें दुनिया के कई देशों में कोरोना का कहर जारी है।