रामनाथ बने 14 वे राष्ट्रपति

 25 Jul 2017  1420
रामनाथ कोविंद ने आज राष्ट्रपति की शपथ ली है।  देश के चीफ जस्टिस  जे.एस. खेहर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ  दिलवाई। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी , राज्य सभा के सभापति मो.हामिद अंसारी , लोक सभा स्पीकर सुमित्रा महाजन , और  मंत्री परिषद के सदस्य, कई राज्यों के राज्यपाल, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गाँधी , संसद सदस्यों के अलावा रमानाथ कोविंद के परिजन भी संसद के सेंट्रल हॉल में मौजूद रहे।
रामनाथ कोविंद सबसे पहले प्रणव मुखर्जी से राष्ट्रपति भवन में मिले, फिर वहां से वो संसद भवन पहुंचे। शपथ के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। राष्ट्रपति शपथ लेने के बाद कोविंद ने कहा "देश की प्रगति के लिए परंपरा, प्रौद्योगिकी, प्राचीन भारत के ज्ञान और समकालीन भारत के विज्ञान को साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि देश की सफलता का मंत्र उसकी विविधता है। विविधता ही वह आधार है, जो हमें अद्वितीय बनाता है। मुझे, भारत के राष्ट्रपति पद का दायित्व सौंपने के लिए मैं आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मैं पूरी विनम्रता के साथ इस पद को ग्रहण कर रहा हूं। यहां सेंट्रल हॉल में आकर मेरी कई पुरानी स्मृतियां ताजा हो गई हैं। मैं संसद का सदस्य रहा हूं, और इसी सेंट्रल हॉल में मैंने आप में से कई लोगों के साथ विचार-विनिमय किया है। कई बार हम सहमत होते थे, कई बार असहमत। लेकिन इसके बावजूद हम सभी ने एक दूसरे के विचारों का सम्मान करना सीखा। यही लोकतंत्र की खूबसूरती है।"शपत ग्रहण के बाद रामनाथ कोविंद के साथ प्रणव मुखर्जी राष्ट्रपति भवन गए है। इसके साथ ही रामनाथ कोविंद को कार्यभार सौंपने के बाद प्रणव मुखर्जी राष्ट्रपति भवन से निकलकर  10 राजाजी मार्ग स्थित एक बंगले में रहने के लिए चले गए है। आज से यही उनका निवास स्थान होगा