मोहर्रम पर नहीं होगा दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन - ममता बनर्जी

 24 Aug 2017  1460
ज्योति विश्वकर्मा / in24news

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा के बाद होने वाले मूर्ति विसर्जन को लेकर नया निर्देश जारी किया है। दुर्गापूजा व मोहर्रम सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को अपील की, उन्होंने कहा है कि 30 सितंबर की शाम 6 बजे से लेकर एक अक्टूबर तक दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया जा सकेगा। इसकी वजह मोहर्रम का जुलूस होना बताया गया है। विसर्जन के लिए एक दिन अतिरिक्त समय दिया जाएगा। ममता ने साफ़ कहा कि दोनों संप्रदाय के लोग आपसी भाईचारे के साथ त्यौहार मनाए ताकि किसी को परेशानी न हो। मोहर्रम और दुर्गा पूजा को लेकर मुख्यमंत्री ने नेताजी इंदौर स्टेडियम में बैठक की जिसमें  मोहर्रम आयोजक, पुलिस , अग्निशमन समेत तमाम विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व मंत्री भी शामिल थे।

उन्होंने कहा ,चार दिन तक चलनेवाले दुर्गा पूजा उत्सव की समाप्ति के बाद 30 सितम्बर को होने वाले दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए शाम 6 बजे तक अनुमति दी जाएगी और इसके बाद सीधे 2 अक्टूबर को मोहर्रम के बाद प्रतिमाओ का विसर्जन किया जायेगा। जिसमेें ममता ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ दल राजनीतिक फ़ायदे के लिए कुछ भी कर सकते है।  इसलिए हम सभी को और ख़ासकर पुलिस प्रशाशन को सतर्क रहना होगा। वही बीजेपी इसे मुद्दा बनाकर ममता को घेरने की कोशिश कर रही है।  बीजेपी ने इस पर पलटवार किया है कि ममता बनर्जी वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने उन पर आरोप लगाया है कि वह एक खास समुदाय के वोट के लिए इस तरह का निर्णय ले रही हैं। हालाँकि उन्होंने हिन्दू संप्रदाय के लोगों को खुश करने के लिए कहा है की ,3 अक्टूबर को रेड रोड में दुर्गापूजा कार्निवाल होगा जिसमेें वो खुद उपस्थित रहेंगी। बताते चले , पिछले साल भी ममता बनर्जी ने विजयादशमी के मौके पर मूर्ति विसर्जन करने पर रोक लगाने का आदेश दिया था। उनके इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी।  इस पर कोर्ट ने ममता को फटकार लगाते हुए कहा था कि वह एक समुदाय को रिझाने जैसा प्रयास है। जस्टिस दीपांकर दत्ता की सिंगल बेंच ने साल 1982 और साल 1983 का उदाहरण देते हुए कहा, उस समय दशहरे के अगले दिन ही मुहर्रम था, लेकिन मूर्तियों के विसर्जन पर रोक नहीं लगी थी।