आप ने एक बार फिर किया कमाल !

 28 Aug 2017  1378
ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़

दिल्ली की बवाना सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजों में ढाई साल बाद फिर आम आदमी पार्टी को जीत मिली। आप उम्मीदवार रामचंद्र ने बीजेपी के वेदप्रकाश को 24 हजार वोट से हराया। कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही।  बीजेपी के दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी ने हार की जिम्मेदारी स्वीकारी। वहीं,कांग्रेस नेता अजय माकन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जीत के लिए बधाई दी। आम आदमी पार्टी ने इसे सरकार के कामकाज पर जनता की मुहर बताया है।

उधर, पार्टी से निकाले गए पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने भी तंज कसते हुए केजरीवाल को बधाई दी उन्होंने सीएम केजरीवाल पर ट्वीट कर तंज कसा है। उन्होंने लिखा- ''बवाना में जीत की बधाई @ArvindKejriwal, मेरे प्रयासों में कमी रही, आपके घोटालों को घर-घर तक नहीं पहुंचा सका, भ्रष्टाचार से जंग जारी रहेगी।'' आपको बता दें कि बवाना में आप को 24052 वोट से जीत मिली। शुरुआती दौर में पीछे चल रहे आप कैंडिडेट रामचंद्र को 59,886 वोट मिले। वहीं, बीजेपी के वेद प्रकाश 35,834 वोट के साथ दूसरे और कांग्रेस कैंडिडेट सुरेंद्र कुमार 31,919 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे। वहीं, 1413 लोगों ने नोटा को चुना।

केजरीवाल ने ट्वीट किया- ''आम आदमी पार्टी की स्वच्छ राजनीति और पिछले ढाई साल के कामों पर मुहर लगाने के लिए बवाना की जनता को दिल से शुक्रिया और बधाई।'' मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया- ''बवाना उपचुनाव में AAP को चुनने के लिए सभी मतदाताओं को धन्यवाद। शानदार जीत के लिए सभी कार्यकर्ताओं, विधायकों और सहयोगियों का शुक्रिया।'' गोपाल राय ने कहा- ''दिल्ली के लोग धोखेबाज को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। जनता ने दिल्ली सरकार के कामकाज पर भरोसा जताया है। केंद्र सरकार को भी साफ तौर पर यह संदेश दिया है कि आप सरकार को काम करने दिया जाए। तीनों पार्टी ने पूरी ताकत झोंकी, लेकिन जीत 'आप' की हुई।''

दिल्ली बीजेपी के प्रेसिडेंट मनोज तिवारी ने कहा, ''किसी भी इलेक्शन में हार-जीत की ज़िम्मेदारी कप्तान की होती है।'' उधर, बवाना में हार के बाद बीजेपी ऑफिस में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। कांग्रेस नेता अजय माकन ने ट्वीट किया, ''बवाना में मिली जीत के लिए अरविंद केजरीवाल को बधाई। 2015 में कांग्रेस को यहां 7.8% वोट मिले थे, इसे 25% तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की। सभी को धन्यवाद।'' नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली की इस सीट पर 23 अगस्त को पिछले चुनाव में 62% के मुकाबले सिर्फ 45% वोट पड़े थे। यहां करीब 3 लाख वोटर हैं। बीजेपी ने आप के टिकट पर 2015 में जीत दर्ज करने वाले वेद प्रकाश को कैंडिडेट बनाया था।

एमसीडी इलेक्शन से पहले उन्होंने पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था। कांग्रेस ने तीन बार विधायक रहे सुरेंद्र कुमार को टिकट दिया। वहीं, आप ने रामचंद्र को चुनाव मैदान में उतारा। आपको बता दें कि 2015 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली आप के लिए बवाना में जीत काफी अहम थी। क्योंकि पार्टी को गोवा और पंजाब के असेंबली, एमसीडी और राजौरी गार्डन असेंबली सीट के चुनावों में लगातार हार मिली। पार्टी ने माना कि हार के चलते वर्कर्स का मनोबल कम हो रहा है। इसके बाद सीएम केजरीवाल और पार्टी नेताओं ने तय किया था कि अब फोकस सिर्फ दिल्ली पर होगा।

बहरहाल आम आदमी पार्टी को फर्श से अर्श तक ले जाने वाले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सत्ता पर काबिज होते ही कई चुनौतियों का सामना किया कभी उन्होंने आप पार्टी की अंदरूनी कलह का सामना किया तो कभी विपक्षी पार्टियों के विभिन्न आरोपों का सामना किया लेकिन इन सबके बीच दिल्ली उप चुनाव में अपने उम्मीदवार की जीत से उन्होंने एक बार फिर ये सुनिश्चित कर दिया कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती और लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती।