क्या है भारत और जापान के बीच अहम समझौता ?
14 Sep 2017
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ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
भारत और जापान के द्विपक्षीय वार्ता के दौरान गुरुवार को दोनों देशों के बीच पंद्रह समझौते हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी पीएम शिंजो एबी की मौजूदगी में समझौते पर दस्तखत किए गए। इसके बाद साझा बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के भारत में आगमन का श्रेय जापान को दिया और जापानी पीएम शिंजो एबी को अपना सबसे अच्छा मित्र बताया। वहीं जापानी पीएम ने भारत के डिजिटल इंडिया व मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के प्रति अपना समर्थन जताया। इसके बाद जापानी एम शिंजो एबी ने सीमा पार आतंकी नेटवर्क को बंद करने की बात कहते हुए पाकिस्तान पर हमला बोला। एबी ने पाक को संबोधित करते हुए कहा, ‘26/11 के गुनहगारों को पाकिस्तान सजा दे।' इसके बाद उन्होंने पठानकोट आतंकी हमले के दोषियों को भी सजा देने की बात कही।
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि वार्ता के दौरान जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने महात्मा गांधी के जीवन को समझने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि वार्ता का दायरा सिर्फ द्विपक्षीय स्तर तक सीमित नहीं रहा। पीएम एबी ने कहा, ‘पहली बार भारत, जापान और अमेरिका समुद्री युद्धाभ्यास मालाबार में शामिल हो रहे हैं और इसका आधार पीएम मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच मजबूत संबंध हैं।‘पीएम मोदी ने कहा, 'भारत में जापान तीसरा सबसे बड़ा निवेशक बन चुका है। भारत में रहने वाले जापानी नागरिकों की संख्या बढ़ेगी। मैं चाहता हूं कि वे ज्यादा से ज्यादा जापानी रेस्तरां खोले। जापान और भारत के बीच आज हुए समझौते की मैं सराहना करता हूं।'
वहीं शिंजो एबी ने कहा कि भारत में जापानी कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं हैं। भारत और जापान मिलकर जलवायु परिवर्तन का सामना करेंगे। काम करने के लिए गुजरात एक अच्छी जगह है। हम इस खातिरदारी और स्वागत के लिए आभार व्यक्त करते हैं। शिखर वार्ता से पहले मोदी और एबी ने गांधीनगर स्थित दांडी कुटीर संग्रहालय का दौरा किया। यह संग्रहालय महात्मा गांधी के जीवन को समर्पित है। फिर द्धिपक्षीय वार्ता से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के पीएम शिंजो एबी का महात्मा मंदिर में स्वागत किया। दोनों देश के नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर जोर देते हुए सभी देशों को इनको पनाह देने वाले देश, फाइनेंसिसल और इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क के खिलाफ काम करने को कहा है।
पीएम मोदी और आबे ने अलकायदा, आईएसआईएस, जैश ए मोहम्मद और लश्कर तैयबा के खिलाफ काम करने पर जोर दिया है। दोनों देशों ने इंफॉर्मेशन और इंटेलिजेंस साझा की बात करते हुए आतंकवाद और चरमपंथी ताकतों के खिलाफ लड़ने की बात कही है। मोदी और आबे ने नॉर्थ कोरिया की भी आलोचना की है। भारत और जापान नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर और मिसाइल प्रोग्राम का समर्थन करने वाले सभी पक्षों की जवाबदेही तय करने की बात की है। शिंजो आबे दो दिन के दौरे के लिए भारत आए हुए हैं। दोनों नेता पिछले तीन साल में 10 बार मुलाकात कर चुके हैं। इससे यह साबित होता है कि मोदी की विदेश नीति में जापान कितना महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि भारत में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए जापान ने 90,000 करोड़ रुपये का लोन दिया है, जिसे भारत को अगले पचास सालों में चुकाना है।