प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट हुआ पूरा

 22 Oct 2017  1362
    ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को गुजरात के भावनगर में घोघा से भरूच के दाहेज तक खंबात की खाड़ी में समुद्री परिवहन की 'रोल ऑन--रोल ऑफ (रो-रो) फेरी सर्विस योजना के पहले चरण का उद्घाटन किया। अपने भाषण में उन्होंने कहा, कि पिछले दशकों में केंद्र सरकारों ने समुद्री क्षेत्र के विकास पर ध्यान नहीं दिया और जहाजरानी एवं बंदरगाह क्षेत्र भी उपेक्षित रहा । हमारी सरकार ने समुद्री क्षेत्र में सुधार एवं जल आधारभूत संरचना के विकास के लिए सागरमाला परियोजना और 106 राष्ट्रीय जल मार्गो के निर्माण का कार्य शुरू किया है । 45 मिनट से अधिक के संबोधन में अपने मुख्यमंत्रित्व काल और भाजपा सरकार के कार्यकाल में गुजरात के विकास की दिशा में उठाए गए कार्यो का बिन्दुवार ब्यौरा दिया । इस फेरी सर्विस के जरिए सिर्फ यात्री ही नहीं, बल्कि वाहन और माल की ढुलाई भी हो सकेगी। इसमें जो बोट रहेगी, उसमें 150 बड़े वाहनों की ढुलाई और करीब 1000 लोग एकसाथ यात्रा कर सकेंगे। यह पूरा प्रोजेक्ट गुजरात मैरिटाइम बोर्ड ने तैयार किया है ।

 फिलहाल इस फेरी सर्विस का किराया 600 रुपया रखा गया है, जिसके लिए बाद में भावनगर से पिक-अप प्वाइंट, प्री-बुकिंग, ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू की जाएगी। सौराष्ट्र और दक्ष‍िण गुजरात के बीच अगर सड़क से सफर करना है तो कम से कम 10 घंटे का वक्त लगता है। भरूच से भावनगर के बीच सड़क मार्ग से यात्रा के लिए 310 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है, लेकिन समुद्र के रास्ते यह दूरी सिर्फ 31 किमी हो जाएगी। पहली पैसेंजर फेरी बोट घोघा से समुद्री रास्ते दक्षिण गुजरात में दाहेज तक जाएगी। प्रधानमंत्री के भाषण से कुछ नयी बाते भी सामने आयी जैसे की नई पोत परिवहन नीति और नई विमानन नीति तैयार की है और साथ ही छोटे-छोटे हवाई अड्डों को सुधारने की पहल शुरू की है ,साथ ही अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्य आगे बढ़ाया है। देश को 21वीं सदी की परिवहन प्रणाली प्रदान करेंगे जो ‘न्यू इंडिया’ की दिशा की ओर एक महत्वपूर्ण कदम होगा, और यह ’रो रो फेरी सर्विस’ को दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल है ।

 

 प्रदेश एवं उनकी केंद्र सरकार की इस पहल से राज्य के विकास के साथ लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। पिछले 15 वर्षों में गुजरात ने अपने बंदरगाहों की क्षमता में चार गुना वृद्धि की है। फिलहाल गुजरात का समुद्री मार्ग सामरिक महत्व का है जहां से दुनिया के किसी दूसरे क्षेत्र में जाना सस्ता और आसान है। गुजरात का नौवहन विकास पूरे देश के लिए आदर्श है। रो रो फेरी सर्विस से रोजगार के नए अवसर बनेंगे और साथ ही, तटीय जहाजरानी और पर्यटन की दिशा में नये अवसर भी पैदा होंगे। आपको बतादे पहले घोघा से दाहेज की 300 किलोमीटर की दूरी तय करने में 7-8 घंटे लगते थे, लेकिन फेरी सर्विस शुरू होने के बाद महज डेढ़ घंटे में ये रास्ता तय हो जाएगा।