शिवसेना पर बीजेपी ने लगाया 70 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप !

 02 Feb 2017  1884
ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़

बीएमसी के आर्थिक बजट में साल 2007 से 2012 के बीच लगभग 70 हजार करोड़ रुपये वारा-न्यारा किया गया जिसका कोई हिसाब अभी तक नहीं मिलने का सनसनीखेज आरोप शिवसेना पर बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने लगाया। बीजेपी के मुंबई अध्यक्ष और विधायक आशीष शेलार ने मनपा के स्थायी समिति अध्यक्ष और शिवसेना पार्टी से 70 हजार करोड़ रुपये का हिसाब मांगा है। पारदर्शिता के मुद्दे पर गलत संदर्भ इस्तेमाल कर अपनी पीठ थपथपाने का यह शिवसेना का तरीका बोलना कम चिल्लाना ज्यादा जैसा है ऐसा आरोप आशीष शेलार ने लगाया है।

केंद्र सरकार के आर्थिक बजट प्रस्तावना पर मुंबई महानगरपालिका की स्थायी समिति में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के अभिनंदन का प्रस्ताव पारित किया गया जिसपर बोलते हुए आशीष शेलार ने कहा कि केंद्र सरकार के आर्थिक बजट का विरोध करने वाले आज आर्थिक बजट के पक्ष में बात कर रहे हैं। यह बदलाव ध्यान भटकाने जैसा है। आशीष शेलार ने दावा किया है कि मुंबई की जनता ने बीजेपी की पारदर्शी कामकाज का एजेंडा स्वीकारा है जिससे गलत अफवाह फैलाकर अपनी पीठ थपथपाने की कोशिश शिवसेना ने शुरू कर दी है।

शिवसेना पर आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने कहा कि बेवजह किसी बच्चे की तरह शिवसेना अपनी पीठ थपथपाने का काम कर रही है। आशीष शेलार का कहना है कि शिवसेना आर्थिक बजट को बिना पढ़े महानगरपालिका में चिल्ला रही है और आधी-अधूरी जानकारी के आधार पर शिवसेना गलत अर्थ निकालकर लोगों की दिशा भटकाने की कोशिश कर रही है। बीएमसी में बड़े भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए आशीष शेलार ने कहा कि नाला सफाई के दौरान नाले से निकाला गया कचरा जो निजी डंपिंग ग्राउंड पर फेंका गया वो कचरा आखिर गया कहां ? आशीष शेलार ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक ही गाडी एक ही जगह पर चार फेरा लगाती है वो आखिर कैसे संभव हुआ इसका उन्होंने स्पष्टिकरण मांगा।

आशीष ने यह भी कहा कि रास्ते का काम करने के दौरान जो सड़क की ऊपरी सतह का थर निकाला गया उसका मलबा आखिर कहां डाला गया ? आशीष शेलार ने सबसे बड़ा आरोप शिवसेना पर 70 हजार करोड़ रुपये का लगाया है जो साल 2007 से 2012 के बीच होने की बात आशीष शेलार कर रहे हैं। आशीष शेलार ने उस ठेकेदार का नाम सार्वजनिक करने की मांग की है जिसे अलग-अलग समय पर जो बिलों का भुगतान किया गया। जिन रुपयों का हिसाब नहीं मिल पा रहा है वे रुपये बांद्रा के किस बैंक में जमा किये गए चूंकि इन रुपयों की कोई एंट्री अभी तक कहीं नहीं दिखायी गयी। जिस तरह से एशिया में सबसे बड़ी महानगरपालिका के रूप में मुंबई महानगरपालिका मानी जाती रही है लेकिन देखते ही देखते यह विश्व में पचासवें पायदान पर कैसे आयी यह बड़ा सवाल बीजेपी ने शिवसेना से किया है।