बेटियों की सुरक्षा को लेकर मविआ का शक्ति प्रदर्शन

 24 Aug 2024  400

महाराष्ट्र में बेटियों से अत्याचार बढ़ गए हैं। उसके विरोध में विपक्षी महागठबंधन महाविकास आघाडी सड़कों पर उतर आया है। मुंबई में शिवसेना भवन के बाहर उद्धव की पार्टी ने  विरोध प्रदर्शन किया और काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया। आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों से मुंबई, पुणे कोल्हापुर अकोला और बदलापुर समेत कई जिलों से बेटियों से हैवानियत की घटनाएं सामने आई है। इन घटनाओं ने न सिर्फ पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा किया है बल्कि कानून व्यवस्था पर भी बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र में अपराधियों में अब कानून का कोई खौफ नहीं रह गया है। वही जिस तरीके से महाराष्ट्र की स्कूलों में बच्चियों से हैवानियत हो रही है। स्कूल की सुरक्षाओं पर भी अब सवाल उठने लगे हैं। बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ मुंबई में शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से जबरदस्त आंदोलन किया गया।  

विपक्षी गठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी ने 24 अगस्त यानी शनिवार को महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया था। हालांकि बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद बंद को वापस ले लिया। अदालत ने विपक्षी गठबंधन को झटका देते हुए बंद को गैर कानूनी करार दिया था और कहा था कि किसी भी राजनीतिक दल को बंद बुलाने का अधिकार नहीं है और यदि कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वही मुंबई से सटे कल्याण डोंबिवली इलाके में भी बदलापुर में बच्चियों से हुई यौन शोषण की घटना के विरोध में महाविकास आघाडी के नेताओं  और कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। कल्याण डोंबिवली इलाके में महाविकास आघाडी के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकार और प्रशासन से कई मांग की है।  

महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में बच्चियों से हुई यौन शोषण की घटना के विरोध में महाराष्ट्र के पुणे में भी महा विकास आघाडी की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया। जहां शरद पवार और सुप्रिया सुले समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया। इस दौरान शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बच्चियों से हो रही घटनाओं को लेकर सरकार असंवेदनशील है। उन्होंने अपने दल के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से ही अपील की है कि आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं को रोके जाने के लिए कदम उठाए जाएं और पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।