दिव्यांग बच्चों के लिए शिंदे सरकार बनाएगी मंत्रालय

 06 Dec 2022  557

संवाददाता/in24 न्यूज़।   

अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की बड़ी घोषणा। महाराष्ट्र में देश का पहला दिव्यांग मंत्रालय बनाया जायेगा, जो दिव्यांगों की बेहतरी के लिए काम करेगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिव्यांग दिवस पर मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में दिव्यांग मंत्रालय बनाने बनाने का ऐलान किया। कांदिवली में नव दिव्यांग फाउंडेशन की तरफ से स्पोर्ट्स डे का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों दिव्यांग बच्चों ने हिस्सा लिया। इस स्पोर्ट्स डे कार्यक्रम में एक दर्जन से ज्यादा खेलों में दिव्यांग बच्चों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री वैद्यकीय कक्ष प्रमुख मंगेश चिवटे मौजूद रहे। वहीं महाराष्ट्र सरकार में महिला बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने अपने वीडियो संदेश में दिव्यांग बच्चों को हर संभव मदद देने का ऐलान किया है। मुंबई में बाबासाहेब आंबेडकर उद्यान में नव दिव्यांग फाउंडेशन द्वारा आयोजित  इस कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में दिव्यांग बच्चे मौजूद रहे। इस मौके पर दिव्यांग बच्चे भी जोश में दिखे और सभी खेलो में हिस्सा लिया। ज्यादातर दिव्यांग बच्चों में ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे दिखाई दिए. जबकि कुछ बच्चों ने व्हील चेयर पर रहकर ही खेलों में हिस्सा लिया। सीएम हेल्थ रूम के प्रमुख मंगेश चिवटे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने दिव्यांग मंत्रालय बनाने का ऐलान किया है जिससे दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और उनकी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। मंगेश चिवटे ने कहा कि समाज को भी अब आगे आना चाहिए ताकि इस तरह के बच्चों को समाज में बराबरी का दर्जा मिल सके। साथ ही उन्होंने ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार दिव्यांग बच्चों के साथ खड़ी है और उनको हर संभव मदद करेगी। नव दिव्यांग फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी संजय मूथा का कहना है कि दिव्यांग बच्चों के मामले हाल-फिलहाल में काफी बढ़े हैं। जिसके चलते न तो इन बच्चों को नॉर्मल स्कूलों में दाखिला मिल पाता है और न ही समाज में इस तरह के बच्चों को कोई खास पहचान मिल जाती है। मूथा का कहना है कि हम इस तरह के बच्चों को न केवल रोजमर्रा की जरूरतों के बारे में सिखा रहे हैं बल्कि उनको उनके पैरों पर खड़े होने में भी मदद की जा रही है। हमारी महाराष्ट्र सरकार से गुजारिश है कि इस तरह के बच्चों की देखभाल के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।