मरीन ड्राइव पर बनाए जा रहे टॉयलेट का विरोध शुरू
30 May 2023
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़/मुंबई
दक्षिण मुंबई के अंतर्गत आने वाले मरीन ड्राइव जैसे रिहायशी इलाके में मुंबई महानगर पालिका द्वारा बनाए जा रहे शौचालय का विरोध अपनी चरम पर जा पहुंचा है. यहां के स्थानीय रहवासी बीएमसी द्वारा बनाए जा रहे टॉयलेट का विरोध कर रहे हैं. दरअसल यह टॉयलेट मरीन ड्राइव के नरीमन पॉइंट वाली छोर पर बनाया जा रहा है, जिसको लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि टॉयलेट की वजह से मरीन ड्राइव की सौंदर्यता खराब हो जाएगी. साथ ही साथ यहां असामाजिक तत्वों के इकट्ठा होने की आशंका लगातार बनी रहेगी. आपको बता दें कि कुछ समय पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मरीन ड्राइव का दौरा किया था, उस समय से ही बीएमसी ने यहां टॉयलेट बनाने की कवायद शुरू की है. मुख्यमंत्री शिंदे ने बीएमसी अधिकारियों को हर एक किलोमीटर के अंतराल पर पब्लिक टॉयलेट बनाने का आदेश दिया था, जिसके बाद यह खबर आई कि बीएमसी पब्लिक टॉयलेट के साथ-साथ यहां वीविंग डेक और सी साइड प्लाजा का भी निर्माण किया जाएगा, जैसा कि बीएमसी ने दादर और गिरगांव चौपाटी पर बनाया है. लेकिन मरीन ड्राइव इलाके के लोकल रेसिडेंट संगठन ने इसका जोरदार विरोध किया है. मरीन ड्राइव सिटीजन एसोसिएशन के अशोक गुप्ता का कहना है कि उन्होंने बीएमसी के वार्ड अधिकारी को इस संबंध में एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि, "हमें पर्यटकों के लिए टॉयलेट बनाने से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन जगहों का जो चयन टॉयलेट के लिए किया गया है, उसमें हमें आपत्ति है." उन्होंने यह भी मांग की है कि, बीएमसी द्वारा इस तरह का कोई भी कदम उठाए जाने के दौरान स्थानीय नागरिकों को भी विश्वास में लिया जाना चाहिए ताकि सही समय पर सही काम और संसाधनों का उपयोग हो सके और किसी को कोई तकलीफ भी ना हो पाए. इस मामले में बीएमसी के अधिकारी शिवदास गुरव का कहना है कि सीएसआर फंड से एक और टॉयलेट बनाया जा रहा है, जो पहले से यहां मौजूद एक टॉयलेट से कुछ दूरी पर होगा. उन्होंने कहा कि स्थानीय नागरिकों ने पहले टॉयलेट से बदबू आने की शिकायत की थी, जिसे बाद में दुरुस्त कर दिया गया था और अब जो भी टॉयलेट यहां बनाए जाएंगे उससे किसी को परेशानी ना हो इसका विशेष ख्याल रखा जाएगा. बहरहाल मरीन ड्राइव इलाके के रहवासियों के विरोध के बाद क्या टॉयलेट बनाने की प्रक्रिया समय रहते पूरी हो पाएगी, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी.