शारदीय नवरात्रि की पूजा के बाद करें यह उपाय बन जाएंगे बिगड़े काम

 08 Oct 2023  914
ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/मुंबई
 
शारदीय नवरात्रि का आगमन होने वाला है. यह पर्व सनातन धर्म में विशेष स्थान रखता है. वैसे तो प्रत्येक वर्ष में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, लेकिन अश्विन माह में पड़ने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है. इस साल शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर 2023 से शुरु होकर 24 अक्टूबर 2023 को समाप्त होगी. नवरात्रि के इन नौ दिनों में दुर्गा देवी के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि का यह महापर्व शक्ति की आराधना का पर्व माना जाता है. मां दुर्गा की विशेष कृपा पाने के लिए इन 9 दिनों में पूजा-पाठ और व्रत के साथ साथ उपाय भी किए जाते हैं.शारदीय नवरात्रि अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती हैं. नवरात्रि का पर्व दुर्गा देवी को समर्पित होता है. इन 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है और साथ ही मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए 9 दिनों तक उपाय किए जाते हैं, जिनसे प्रसन्न होकर मां दुर्गा अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. नवरात्रि के दिनों में जप तप करने से माता रानी प्रसन्न होकर घर की आर्थिक तंगी और पैसों की किल्लत जैसी सभी परेशानियों को दूर कर देती हैं. 9 दिनों के इस महापर्व में माता के 9 स्वरूपों का पूजन कर उन्हें प्रसन्न करने के लिए विभिन्न अनुष्ठान और साधनाएं की जाती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि में सफलता तरक्की और उन्नति के लिए किए गए विशेष उपायों से जल्दी ही शुभ फल प्राप्त होता है. नवरात्रि के तृतीया, पंचमी, सप्तमी और नवमी के दिन अपने शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव एवं मां पार्वती पर जल एवं दूध चढ़ाकर उनकी पूजा करें. फिर मौली से दोनों के बीच गांठ बांध दें. उसके बाद मंदिर में बैठकर लाल चंदन की माला से ‘हे गौरी शंकरार्धांगी था त्वं शंकर प्रिया. तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम’ मंत्र का 108 बार जाप करें. ऐसा करने से मनपसंद वर की प्राप्ति होती है. यहीं नहीं, मान्यता ये भी है कि यदि आपके दांपत्य संबंध ठीक नहीं हैं और पति-पत्नी को बीच अनबन होती रहती है, तो नवरात्रि में 9 दिनों में चौपाई – ‘सब नर करहिं परस्पर प्रीति. चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति’ को पढ़कर 108 बार अग्नि में घी से आहुति दें. पूरे 9 दिनों तक सुबह उठकर पूजा के समय यह चौपाई 21 बार पढ़ें. ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच की अनबन और विवाद खत्म हो जाता है. नवरात्रि में शिव-पार्वती की तस्वीर पूजास्थल में रखकर उनकी पूजा-अर्चना करने के बाद ऊं शं शंकराय सकल जन्मार्जित पाप विध्वंसनाय, पुरुषार्थ चतुष्टय लाभाय च पतिं मे देहि कुरु कुरु स्वाहा’ मंत्र का 3, 5 या 10 माला से जाप करें. जाप करने के बाद भगवान शिव और पार्वती शादी में आ रही रुकावटों को दूर करने की प्रार्थना करें. साथ ही सुपारी पर सिंदूर लगाएं और पीले कपड़े में रख कर दुर्गा देवी को अर्पित करने से कुंवारे लोगों के विवाह के योग बनते हैं.

यदि आपके घर में आए दिन क्लेश होता रहता है और आपसी मतभेद उभरते रहते हैं तो इन सबसे छुटकारा पाने के लिए यह उपाय मददगार साबित हो सकता है. इसके लिए नवरात्रि के पूरे 9 दिनों तक पान के पत्ते के ऊपर केसर रखें. फिर मां दुर्गा स्रोत का पाठ भी करें. साथ ही नवरात्रि के दौरान घर की उत्तर पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा अवश्य लगाएं. इससे घर में खुशहाली बनी रहेगी और निजी जीवन में शुभता का संचार बना रहेगा. इस उपाय से घर में सुख और समृद्धि बनी रहेगी और साथ ही घर में कलेश नहीं होगा. नवरात्रि के 5 दिन सभी सुबह सभी उत्तर दिशा में मुख करके पीले आसन पर बैठें और सामने सरसों के तेल के 9 दीपक जलाकर रखें. साथ ही दीपक के सामने रंगे हुए चावल की ढेरी बनाकर उन पर श्रीयंत्र रखकर पूजन करें. फिर एक प्लेट में स्वस्तिक बनाकर अपने सामने रखकर पूजा करें. इस उपाय से अचानक धन लाभ होने के योग बनेंगे और घर की बरकत बनी रहती है.शारदीय नवरात्रि के पूरे 9 किसी भी मांगलिक कार्यों को करने के लिए बेहद शुभ माने जाते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार, ये 9 दिन घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं और सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं. इन दिनों में पूजा पाठ हवन आदि करने से माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस बार शारदीय नवरात्रि से पहले सूर्यग्रहण भी पड़ रहा है और इसी ग्रहण के साए में ही मां दुर्गा का आगमन होगा. मां दुर्गा जब घर में प्रवेश करती हैं तो अपने साथ सुख-समृद्धि भी लाती हैं. नवरात्रि के नौ दिन अलग अलग तरीके से पूजा-पाठ और कुछ उपायों को करने से बहुत सी समस्याओं का समाधान होता है और घर में खुशहाली आती है. तो शारदीय नवरात्रि में ये विधान करने से कई तरह की उपलब्धियां हासिल होती है, जिसे हर कोई पाना चाहता है.