पिछले 10 सालों में मुंबई की जनसंख्या वृद्धि में आई गिरावट - बीएमसी

 20 Dec 2022  753
संवाददाता/ in24 न्यूज़।  
 

आर्थिक राजधानी मुंबई को मिनी भारत कहा जाता है। यहां देश के हर प्रांत से लोग रोजगार की तलाश में आते हैं, देश के अन्य महानगरों की अपेक्षा यहां की जनसंख्या काफी ज्यादा है। लेकिन, बीएमसी की पर्यावरण टीम की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 10 सालों में मुंबई में जनसंख्या वृद्धि में गिरावट दर्ज की गई है। पिछले एक दशक में मुंबई में जनसंख्या वृद्धि दर 1.5 प्रतिशत रही, जबकि वर्ष 2001 से 2011 बीच यह 3.8 प्रतिशत थी। यानि पिछले एक दशक में मुंबई की जनसंख्या में 2.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक मुंबई में कुल जनसंख्या 1 करोड़ 26 लाख के करीब थी। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले दस सालों में मुंबई में कुल जनसंख्या में मात्र 3.37 लाख की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में मुंबई की जनसंख्या बढ़कर 1 करोड़ 29 लाख 67 हजार हुई है। इस दौरान मुंबई में जनसंख्या वृद्धि दर 1.5 प्रतिशत रही, जबकि वर्ष 2011 के बीच मुंबई की जनसंख्या वृद्धि दर 3.8 थी। तो मुंबई में सबसे अधिक जनसंख्या बढ़ने का प्रमाण वर्ष 1951 में मिलता है। उस दौरान मुंबई की जनसंख्या में 66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। वर्ष 1971 में वृद्धि दर 43 प्रतिशत थी। इसी तरह वर्ष 1981 में 38 प्रतिशत, वर्ष 1991 में 21 प्रतिशत और वर्ष 2001 में जनसंख्या वृद्धि दर 20.6 प्रतिशत थी, जो वर्ष 2011 में मात्र 3,8 प्रतिशत रह गई। बीएमसी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले दशक में मुंबई की जनसंख्या वृद्धि दर में कमी आई है। जबकि राज्य की पिछली उद्धव सरकार ने जनसंख्या वृद्धि का हवाला देते हुए मुंबई में प्रभागों की संख्या वृद्धि करते हुए 227 से 236 कर दिया था। जून, 2022 में राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस सरकार ने उद्धव सरकार के निर्णय को पलटते हुए प्रभागों की संख्या 227 कर दी। इसे लेकर मामला कोर्ट में गया और लंबित पड़ा हुआ है। बीएमसी की रिपोर्ट ने उद्धव सरकार के मुंबई में जनसंख्या वृद्धि के दावों की पोल खोल दी है।