दूध की कीमत में प्रति लीटर पांच रुपए की बढ़ोतरी
01 Mar 2023
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संजय मिश्रा/in 24न्यूज़/मुंबई
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आम मुंबई करो पर आज महंगाई का चौतरफा अटैक हुआ है. पहले सरकारी तेल कंपनियों ने रसोई गैस की कीमत बढ़ाई और अब दूध की कीमतों में भी तेजी से उबाल आया है. मुंबई में बुधवार 1 मार्च, 2023 से दूध के दाम 5 रुपये प्रति लीटर की दर से बढ़ गए हैं. मुंबई दुग्ध उत्पादक संघ (MMPA) ने भैंस के दूध की कीमतों में एक साथ 5 रुपये का इजाफा किया है. इससे पहले सरकारी तेल कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस के कीमतों में 50 रुपये का इजाफा किया था. गौर करने वाली बात यह है कि दूध के दाम बढ़ने का असर सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इससे बनने वाले उत्पादों पर भी पड़ता है. एक अनुमान के मुताबिक आने वाले समय में दूध के प्रोडक्ट जैसे दही, घी और पनीर की कीमतों में भी बड़ा इजाफा हो सकता है. इससे पहले अमूल और मदर डेयरी ने भी अपने दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की थी. एमएमपीए (MMPA ) की ओर से आज सुबह जारी रेट के अनुसार, मुंबई में अब 1 लीटर भैंस का दूध खरीदने के लिए 85 रुपये खर्च करने पड़ेंगे, जो अभी तक 80 रुपये में मिलता था. नई दरें 31 अगस्त, 2023 तक जारी रहेंगी और इसके बाद एसोसिएशन एक बार फिर कीमतों की समीक्षा करेगा. मुंबई में दूध की कीमतों में सितंबर, 2022 के बाद यह दूसरी बड़ी बढ़ोतरी है. मुंबई में दूध की कीमत जिस तेजी से बढ़ रही है, यह आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही है. आलम ये है कि बीते 6 महीने में ही यहां दूध की कीमत करीब 10 रुपये लीटर बढ़ चुकी है. पहले सितंबर में ही 5 रुपये दाम बढ़ाए गए थे. तब भैंस का दूध 75 रुपये से बढ़ कर 80 रुपये लीटर हो गया था. आज हुई ताजा बढ़ोतरी के बाद दूध की कीमत 85 रुपये कर दी गई है. दूध के दाम में अचानक आई इस बढ़ोतरी से गरीब और मध्यम वर्ग परिवारों का बजट बिगड़ गया है. मुंबई में भैंस ही नहीं गाय का दूध भी महंगा हुआ है. फरवरी में महाराष्ट्र के सभी प्रमुख गाय दूध उत्पादक संघों के साथ ब्रांडेड उत्पादकों ने भी प्रति लीटर के पीछे 2 रुपये दाम बढ़ा दिए थे. दूध उत्पादकों का कहना है कि दुधारू पशुओं की कीमत तो बढ़ ही रही है, उनके चारे और दाना, तुवर, चूनी और चने की कीमतों में भी 25 फीसदी तक उछाल आ चुका है. यही कारण है कि हमें दूध की कीमतों को भी बढ़ाना पड़ रहा. आपको बता दें कि मुंबई में रोजाना 50 लाख लीटर से ज्यादा भैंस के दूध की खपत हो रही है. बहरहाल यह कोई पहला मौका नहीं है जब दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की गई हो, इससे पहले भी दूध और उससे बनने वाले उत्पादों में लगातार इजाफा देखा गया. ऐसे में जहां लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं वहीं दूध की बढ़ी हुई कीमतें आम आदमी के गुस्से का कारण बनती जा रही है. यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को आसानी से अपने हाथों से छोड़ना नहीं चाहती.