मायके से नहीं लौटी पत्नी तो पति पहुंचा हाई कोर्ट, अदालत ने दिया ये आदेश

 02 Jul 2023  555
शुभम मिश्रा, in24न्यूज/ मुंबई 
आर्थिक राजधानी मुंबई से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है.  यहां पत्नी के मायके से वापस न आने से परेशान पति ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. ससुराल वालों की बेरुखी से नाराज पति ने मांग की है कि पुलिस को उसकी पत्नी को अदालत में पेश करने का निर्देश दिया जाए. बताया जा रहा है कि पति का 6 महीने से पत्नी से कोई संपर्क नहीं हुआ है और ससुराल से कोई बात करने को राजी नहीं है.  वहीं हर तरफ की उपेक्षा से तंग आकर पति ने अब राहत के लिए न्यायालय की शरण ली है. पीड़ित रमेश पवार ( बदला हुआ नाम )  बताया की 13 दिसंबर, 2022 को बांद्रा इलाके में हिंदू रीति रिवाज से शादी हुई थी. युवक के मुताबिक एक महीने तक शादीशुदा जीवन बहुत खुशहाली से बीता, लेकिन 28 जनवरी, 2023 को उसके ससुर और पत्नी के चाचा आए, जो अपनी रिश्तेदारी में विवाह समारोह होने की बात कहकर बेटी को लेकर चले गए.  पत्नी के मायके चले जाने के बाद से अब तक उसका कोई संपर्क नहीं हुआ है. पीड़ित ने अदालत  को बताया कि उसकी पत्नी का फोन बंद आ रहा है, ससुराल वाले कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है और  कुछ पूछो, तो कोई जवाब नहीं देता है. कथित युवक ने बॉम्बे हाई कोर्ट में हैबियस कॉर्पस पिटिशन दायर कर पत्नी को अदालत में हाजिर करने की मांग की है ताकि यह पता चल सके कि उसकी पत्नी किस वजह से वापस नहीं लौटी है. जस्टिस रेवती मोहिते ढेरे और जस्टिस गौरी गोडसे की बेंच के सामने पीड़ित की याचिका पर सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान युवक के  वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल ने 13 दिसंबर, 2022 को 24 वर्षीय प्रिया ओझा, ( बदला हुआ नाम ) से कानूनी ढंग से विवाह किया है. याचिका में शादी को लेकर जोड़ी गई तस्वीरें इसका प्रमाण है. याचिका पर गौर करने के बाद खंडपीठ ने बोरीवली की कस्तूरबा मार्ग पुलिस स्टेशन के संबंधित पुलिस अधिकारी को याचिकाकर्ता की पत्नी को अदालत में हाजिर करने का निर्देश दिया है. कोर्ट में मौजूद पुलिस अधिकारी ने बेंच को भरोसा दिलाया कि वे याचिकाकर्ता की पत्नी को कोर्ट में लाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे. वहीं अदालत पीड़ित याचिका पर 7 जुलाई को अगली सुनवाई करेगी.