चीन से ज्यादा महाराष्ट्र में बढ़ी कोरोना मरीजों की संख्या

 08 Jun 2020  747

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना वायरस का खौफ लगातार पसारता जा रहा है महाराष्ट्र में सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चीन से ज़्यादा मरीज़ों की संख्या महाराष्ट्र में पहुँच गई है.मरीजों की संख्या की बात करें तो 2,57,486 केसों के साथ भारत विश्व में छठवें नंबर पर है। सोमवार को एक आंकड़ा सामने आया जो बेहद चौंकाने वाला रहा। महाराष्ट्र में कुल मरीजों की संख्या लगभग 86 हजार के पार पहुंच गई है, जो चीन से भी ज्यादा है। महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3,007 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में इस घातक वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 85,975 हो गई। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राज्य में संक्रमण के कारण 91 और लोगों की मौत हो जाने के बाद राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 3,060 हो गई है। अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले चीन के मामलों से भी अधिक हो गए हैं। चीन में संक्रमण के 83,036 मामलों की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 85,975 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 39,314 लोग स्वस्थ हो चुके हैं, 3,060 लोगों की मौत हुई है और 43,591 लोगों का इलाज चल रहा है। राज्य में 5,51,647 नमूनों की जांच की गई है।महाराष्ट्र में अब तक कोविड-19 से पुलिस के एक अधिकारी समेत कम से कम 33 कर्मियों की मौत हो चुकी है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 2,562 पुलिस कर्मियों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। अधिकारी ने कहा कि मारे गए इन 33 पुलिस कर्मियों में 18 मुंबई पुलिस से हैं। इस समय राज्य पुलिस बल के 1,497 कर्मियों का कोविड-19 का इलाज चल रहा है जिनमें 196 अधिकारी शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि इनके अतिरिक्त लॉकडाउन के दौरान 260 पुलिस कर्मियों पर हमले किए गए और इन मामलों में 841 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।हमलों में करीब 86 पुलिस कर्मी घायल हो गए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान 45 स्वास्थ्य कर्मियों पर भी हमले किए गए। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा लागू आदेश की अवज्ञा करना) के तहत 1,23,424 मामले दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अवैध तरीके से परिवहन के 1,330 मामले दर्ज किए गए और इन मामलों में 23,866 लोगों की गिरफ्तारी के साथ 80 हजार से अधिक वाहन जब्त किए गए।