नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण देखना नुकसानदायक

 21 Jun 2020  844

संवाददाता/in 24 न्यूज़.  
भारत में सूर्यग्रहण शुरू हो चुका है. चंद्रमा ने सूर्य को ढकना शुरू कर दिया है। साथ ही धूप की रौशनी मद्धम पड़ती जा रही है। करीब नौ सौ सालों के बाद इस सूर्यग्रहण का संयोग बना है. इसे नंगी आंखों से देखना अनेक नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए इससे बचकर रहना ही हितकर होगा. सूर्यग्रहण के दौरान कुछ समय तक अंधियारे की स्थिति भी होगी। सूर्यग्रहण भारत में अब पूर्ण रूप से शुरू है. बड़े मंदिर परिसरों में भजन कीर्तन जारी है। जबकि पूजा पाठ बंद है। छोटे मंदिरों में ताले जड़ दिए गए हैं। वैज्ञानिकों ने नंगी आंखों से सूर्य को देखने से मना किया है।   सूर्य ग्रहण 2020 को दुनिया में अद्भुत खगोलीय घटना मानी जा रही है। विश्व के कुछ हिस्सों में सूर्य ग्रहण ने असर दिखाना शुरू किया है। हालांकि रिंग बनने में कुछ और समय लगेगा। सूर्य ग्रहण की टाइमिंग को लेकर लोगों में उत्सुकता है। एक साथ एक ही समय और एक ही परिस्थिति में ग्रहण पूरे देश में नहीं होगा। समय में थोड़ा बदलाव हो सकता है। दिल्ली में करीब 94 फीसदी, गुवाहाटी में 80 फीसदी, पटना में 78 फीसदी, सिलचर में 75 फीसदी, कोलकाता में 66 फीसदी, मुंबई में 62 फीसदी, बेंगलुरु में 37 फीसदी, चेन्नई में 34 फीसदी, पोर्ट ब्लेयर में 28 फीसदी सूर्य ग्रहण नजर आएगा। एशिया में सूर्य ग्रहण प्रभावी तरीके से दिखेगा। इसके अलावा कांगो, सूडान, इथियोपिया, यमन, सऊदी अरब, ओमान, पाकिस्तान और चीन जैसे देशों में सूर्य ग्रहण का प्रभाव नजर आएगा। इस बार सूर्य ग्रहण देखने के लिए तारामंडल में भीड़ जुटाने की मनाही है। 2022 में एक और वलयाकार ग्रहण लगेगा लेकिन भारत में ये नहीं दिख सकेगा। ग्रहण ज्योतिषीय गणना के मुताबिक सुबह 9.16 बजे शुरू हो चुका है। जबकि वलयाकार (रिंग की तरह) रूप सुबह 10.19 बजे से दिखने लगा। दोपहर 2.02 बजे तक भारत में ग्रहण खत्म हो जाएगा। हालांकि पूरी तरह ग्रहण दोपहर 3.04 बजे ही समाप्त हो पाएगा। देशभर के तमाम मंदिरों में ताले बंद कर दिये गए हैं। बता दें कि सूतक काल के दौरान पूजा पाठ वर्जित है। सूर्यग्रहण के बाद ही भगवान का अभिषेक होगा इसके बाद ही पूजा पाठ शुरू हो पाएगी। हालांकि सूर्य ग्रहण के दौरान ध्यान और मनन करने में मनाही नहीं है। लोग मंत्रजाप कर रहे हैं। सूर्य ग्रहण के दौरान लोग विश्व कल्याण की कामना कर रहे हैं। साथ ही कोरोना को लेकर लोग कामना कर रहे हैं कि दुनिया इस बीमारी से जल्दी ही मुक्त हो।