विश्व की सबसे मोटी महिला के लिए मुंबई में बन रहा है अस्पताल !
12 Jan 2017
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ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
मिस्र की एक 36 वर्षीय महिला का वजन 500 किलो बताया जा रहा है और इस महिला को विश्व की सबसे मोटी महिला माना गया है। महिला का नाम इमान अहम अब्दुलाती ने अलेक्जेंद्रिया में 25 सालों से अपना घर नहीं छोड़ा है। वह अपने बिस्तर से उठने में भी सक्षम नहीं है। यहां तक कि अपने बड़े आकार की वजह से वह सरक भी नहीं पाती। वह अपनी मां और बहन चायमा अब्दुलाती पर निर्भर है, जो उनकी हर रोज के खाने, कपड़े बदलने और साफ -सफाई का कार्य करती हैं। अल अलबेरिया के अनुसार, जन्म के समय इमान का वजन पांच किलो था, उनमें हाथीपांव की पहचान की गई थी- हाथीपांव एक तरह का परजीवी संक्रमण है जिससे अंगों में सूजन हो जाता है। चिकित्सकों के मुताबिक ग्रंथियों के नष्ट होने की वजह से, उनके में शरीर ज्यादा पानी जमा हो जाता है। एक बच्चे के तौर पर इमान ने अपने चारों तरफ की चीजों को पकड़ना सीखा। लेकिन 11 साल की उम्र में वह अपने पैरों पर ज्यादा वजन की वजह से खड़ा नहीं हो पाई, इस तरह उन्होंने घर में रेंगना शुरू किया।
दुनिया की इस सबसे भारी महिला के इलाज के लिए मुंबई में इन दिनों करोड़ों का नया अस्पताल बनाया जा रहा है। मिस्र के ऐलेग्जैंड्रा निवासी ईमान अहमद अब्दुलाती को एलीफैटिसिस है। इस बीमारी में व्यक्ति के हाथ-पैरों में अत्याधिक सूजन आ जाती है। अपनी इस बीमारी को ठीक करने के लिए ईमान के परिवार ने ट्विटर के जरिए वेट लॉस सर्जन डॉक्टर मुफज्जल लकड़ावाला से मदद मांगी। मुंबई के चर्नी रोड स्थित सैफी अस्पताल में पदस्थ डॉ. लकड़ावाला ईमान का ऑपरेशन करने को राजी हो गए। उन्होंने खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से महिला को वीजा देने व भारत लाने के लिए मदद मांगी। सारी क्लियरेंस मिलने के बाद अब ईमान के ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है, जिसमें एक नए हॉस्पिटल का निर्माण किया जा रहा है। दरअसल, ईमान के वजन और मोटापे के कारण उसे अस्पताल में ले जाना और ऑपरेशन करना मुश्किल है। इसे देखते हुए हॉस्पिटल के कैंपस में ही एक और बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। दो करोड़ की इस बिल्डिंग को 3000 वर्ग फुट में बनाया जा रहा है। इसमें ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू, डॉक्टर और अटेंडर्स के रूम, दो टॉयलेट व एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम भी होगा। ईमान को अस्पताल में आसानी से लाया जा सके, इसके लिए दरवाजों को सात फीट लंबा और चौड़ा रखा गया है। साथ ही डॉक्टर लकड़ावाला अपने स्तर पर अहमद के इलाज के लिए फंड जुटा रहे हैं, ताकि उसे आर्थिक मदद मिल सके। बहरहाल भारत वर्ष में इस तरह की महिला का इलाज करना डॉक्टरों के लिए एक चुनौती के समान है जिसका सामना करने को तैयार हैं डॉक्टर मुफज्जल लकड़ावाला !