ख़त्म हुई एटीएम से कॅश निकालने की लिमिट !

 30 Jan 2017  1598
ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
 अब हफ्ते में एक बार में ही 24 हजार रुपये आसानी से निकाले जा सकेंगे। फिलहाल एटीएम से कॅश निकालने की लिमिट समाप्त कर दी गयी है।  इसका अर्थ ये है कि अब आप एक बार में ही एटीएम से 24 हजार रुपये आसानी से निकाल सकेंगे लेकिन ऐसा हफ्ते में एक ही बार किया जा सकेगा। आपको बता दें कि इससे पहले एटीएम से कॅश निकालने की लिमिट 4500 रुपये थी जिसे बाद में बढ़ाकर 10 हजार रूपये कर दिया गया और अब इसे 24 हजार कर दिया गया है। हालांकि सेविंग एकाउंट्स पर विड्रॉअल लिमिट जारी रहेगी और इस पर बाद में कोई नया फैसला लिया जा सकता है। लेकिन करंट अकाउंट्स, कॅश क्रेडिट एकाउंट्स और ओवरड्रॉफ्ट एकाउंट्स से पैसा निकालने की लिमिट तत्काल प्रभाव से ख़त्म कर दी गयी है। आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों के लिए नकदी निकासी की साप्ताहिक सीमा को बढ़ाने के चुनाव आयोग के अनुरोध को भारतीय रिजर्व बैंक ने खारिज कर दिया जिसके बाद चुनाव आयोग ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है।
आयोग ने बुधवार को चुनावी प्रत्याशियों की नकदी निकासी की साप्ताहिक सीमा 24 हजार रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये करने का अनुरोध किया था। चुनाव आयोग का कहना था कि नोटबंदी के बाद लागू सीमा से उम्मीदवारों को प्रचार का खर्च निकालने में मुश्किल आएगी लेकिन इसके बावजूद आरबीआई ने निकासी की सीमा बढ़ाने में असमर्थता जताई। सूत्रों के मुताबिक, आयोग ने आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल को पत्र लिखा है। चुनाव व्यय के निदेशक जनरल दिलीप शर्मा ने आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल को लिखे पत्र में कहा कि ऐसा लगता है कि आरबीआई को स्थिति की गंभीरता का अंदाजा नहीं है। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराना और सभी उम्मीदवारों को समान अवसर प्रदान करना आयोग का संवैधानिक अधिकार है।  इसलिए किसी भी तथ्य की पुनरावृत्ति होने से पहले यह जरुरी है कि आयोग के दिशानिर्देशों का पालन किया जाये। आयोग ने आरबीआई से उक्त प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। माना यह जा रहा है कि यदि आरबीआई ने इस पर जल्दी से कोई फैसला नहीं लिया तो आयोग खुद संविधान के अनुच्छेद 324 में दिए गए अधिकारों का प्रयोग कर आरबीआई के लिए नकदी निकासी सीमा बढ़ाने का निर्देश दे सकता है।
इस मसले पर सीपीएम नेता प्रकाश करात ने भी आयोग के फैसले को जायज ठहराया है।  प्रकाश करात ने कहा कि चुनावों के दौरान आयोग का फैसला ही सबसे बड़ा है और उसे कोई खारिज नहीं कर सकता। करात ने यह भी कहा कि 24 हजार साप्ताहिक निकासी सीमा में कोई उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ सकता। अंत में प्रकाश करात ने कहा कि रिजर्व बैंक चुनाव आयोग के किसी भी फैसले का विरोध नहीं कर सकता क्योंकि चुनावों के दौरान आयोग का फैसला अंतिम होता है। कुलमिलाकर अब माना ये जा रहा था कि आरबीआई ने जल्द ही इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया तो चुनाव आयोग खुद अपने अधिकार का इस्तेमाल कर कोई बड़ा फैसला ले सकता है लेकिन इसी बीच आरबीआई ने एक सर्कुलर जारी करते हुए तमाम बैंकों को यह दिशानिर्देश दिया है कि यह अब उनपर निर्भर करता है कि वे विड्रॉवल पर कोई लिमिट रखना चाहते हैं या नहीं लेकिन एटीएम से पैसे की निकासी पर से लिमिट ख़त्म कर दिया गया है यानी एक फरवरी से अब एक व्यक्ति एक कार्ड का इस्तेमाल कर एक बार में या एक हफ्ते में 24 हजार रुपये निकाल सकेगा।
कुलमिलाकर नोटबंदी के फैसले के बाद नकदी की कमी के चलते आरबीआई ने एटीएम या फिर बैंक खाते से कॅश विड्रॉवल पर लिमिट लगा दी थी लेकिन जैसे-जैसे कॅश की किल्लत ख़त्म हो रही है वैसे-वैसे कॅश विड्रॉवल पर लगी लिमिट ख़त्म की जा रही है।