लैस रेल एंबुलेंस की पहली ट्रायल हुए सफल
18 Mar 2017
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ब्यूरो रिपोर्ट / in 24 न्यूज़, मुंबई
मुंबई - अभी तक आपने एंबुलेंस को रास्ते पर देखा होगा पर अब आप रेल की पटरियों पर देखेंगे । रास्ते पर चलने वाली एंबुलेंस के पास जितनी सुविधा नहीं होती उसे ज़्यादा पटरी पर चलने वाली एंबुलेंस में दिखाए देगी। अब मरीज़ों का घूमते घुमाते इलाज किया जाएगा । देश की पहली लैस रेल एंबुलेंस को सेंट्रल रेलवे की सेवा में शामिल किया गया है। अब ये एंबुलेंस वह सभी जगह पर पहचेगी जहा रेल एक्सीडेंट होता है, या कोई प्राकृतिक आपदा आ जाती है तो उस वक़्त यह रेल एंबुलेंस काफी प्रभावित होगी। यानि अब ऐसे वक़्त में उन्हें तुरंत मेडिकल सहायता मिलेगी जिसकी जरूरत एक्सीडेंट के बाद होती है जिससे तमाम लोगो की जान बचायी जा सकती है।
शुरुआत के दिनों में 4 डिब्बो की वातानुकूलित रेल एंबुलेंस को भारतीय रेल में शामिल किया जाएंगे। "लैस एंबुलेंस" में एक साथ 50 लोगो को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया सकता है। रेल एंबुलेंस में ECG, सभी तरह के खून की जांच की सुविधा है जैसे BP की जांच करना, शुगर जांच, फिजियोथेरिप्ट, एक्स रे सहित वह तमाम सुविधाएं हैं जिसके जरिये मरीजो को तुरंत मेडिकल सहायता मिल सकती है। इतना ही नहीं इस रेल एंबुलेंस में छोटा आपरेशन भी किया जा सकता है। इसके लिए अलग से आपरेशन थिएटर भी बनाया गया है। रेल एंबुलेंस में कम से कम 7 से 8 डॉक्टर मौजूद रहेंगे। साथ ही में इस एंबुलेंस में सभी तरह की दवांए मौजूद होगी। रेल एंबुलेन्स को मुंबई से लोनावाल स्टेशन तक ट्रायल के लिए चलाया गया। रेल एंबुलेंस का उपयोग वहां भी किया जाएगा जहां कभी भी किसी को मेडिकल सहायता नहीं मिल पाती है।