ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़
हिमाचल प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नज़दीक आ रही है वैसे-वैसे वहां के वादियों में राजनीती की गर्माहट महसूस की जा सकती है। शनिवार को चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांगड़ा के रैत में अपने आप को सरदार पटेल का चेला बताया, और साथ ही उन्होंने नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर कांग्रेस द्वारा कालाधन दिवस मनाने को लेकर कहा कि मेरे पुतले फूंक कर कांग्रेस मुझे रोक नहीं पाएगी। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, कांग्रेस 8 नवंबर को मेरे पुतले फूंकेगी, वह इसलिए क्रोधित है, क्योंकि मैं भ्रष्टाचार से लड़ रहा हूं और इतना ही नहीं कांग्रेस पर उन्होंने जमकर हमला साधते हुए बताया कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही मैदान छोड़ दिया है और उनके वरिष्ठ नेता हिमाचल प्रदेश में प्रचार नहीं कर पा रहे हैं, उन्होंने अपनी पराजय स्वीकार कर लिया तभी शायद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को उनकी किस्मत के भरोसे छोड़ दिया है।
पीएम मोदी ने हिमाचल में भाजपा के लिए तीन-चौथाई बहुमत की मांग करते हुए कांग्रेस की तुलना दीमक से की और कहा कि इस दीमक का पूरी तरह सफाया करने की जरूरत है, क्योंकि जो आदतन लुटेरे थे, आज उन्हें अपना लूट की रकम वापस करनी पड़ रही है, और इस काम के लिए वे मुझे शांति से बैठने नहीं देंगे। कांग्रेस पार्टी को उसके पापों का फल मिल रहा है तभी शायद जनादेश उनके साथ नहीं और लोग भी काफी नाराज़ दिखाई दे रहे है। पीएम मोदी ने अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि हिमाचल में कमल मुझे चारो तरफ नज़र आने लगा है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की, कि वह अपना जनादेश भाजपा को दे और इतना ही नहीं बल्कि तीन चौथाई बहुमत से हमारी पार्टी को भी जिताये। बहरहाल, यह देखने वाली बात होगी कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव में किसकी जीत होगी जो 2019 के लोकसभा चुनाव में किसकी लहर दौड़ेगी। एक तरफ जहां कांग्रेस अपने आप को एक बार फिर स्थापित करने की कोशिश में लगी है तो वही दूसरी ओर बीजेपी अपने विकास के नाम पर पूरे देश भर में अपने शासित राज्य बढ़ाने की फिराक में है, लेकिन हाल ही में कांग्रेस जिस मजबूती के साथ इस चुनाव में उतर रही है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता अपना जनादेश किस पार्टी को देती है।