जीएसटी के मुद्दे पर क्यों झुंकी भाजपा: शिवसेना
13 Nov 2017
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ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
गुजरात विधान सभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा के अपने ही साथी अब उनपर हमलावर होते दिख रहे हैं। पिछले कई दिनों से शिवसेना लगातार बीजेपी पर हमला कर रही है इसी कड़ी में शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में यह प्रकाशित किया है, कि केंद्र सरकार के जीएसटी लागू करने के बाद गरीब और छोटे व्यापारियों की रोज़ी रोटी छीनगई है । साथ ही गुजरात के व्यपारियों की भी हालत काफी निराशाजनक है और इस मुखपत्र में ये भी कहा गया है, कि गुजरात विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा सरकार को पैसे की बारिश करने से जनान्देश प्राप्त नहीं होगा।
जीएसटी की वजह से छोटे व्यापारियों की रोज़ी रोटी बंद हो गई, छोटे बड़े सभी व्यापारियों का काफी नुक्सान हुआ जीएसटी की वजह से उन्हें सड़क पर आने के लिए मज़बूर होना पड़ा और इसी आक्रोश को देख सरकार को जीएसटी पर झुकना पड़ा। सरकार पहले यह दावा कर रही थी, कि जीएसटी से सामान्य लोगो को काफी राहत मिलेगी, लेकिन जमीनी स्तर पर नतीजे कुछ और ही देखने को मिल रहा है , जो आर्थिक तांडव इस देश में मचा शायद उससे घबराकर सरकार ने जीएसटी में संसोधन करने का निर्णय लिया ।
जीएसटी के खिलाफ जिन-जिन राजनीतिक दलों ने आवाज़ उठायी उन्हें देशद्रोही करार दिया गया। जीएसटी परिषद् का निर्णय फिलहाल आम जनता के लिए राहत की खबर है क्योंकि 177 वस्तुओं पर जीएसटी दर 28 प्रतिशत से 18 प्रतिशत कम हुई है। इस निर्णय से छोटे व्यापारियों को राहत मिली है ऐसा सरकार दावा कर रही है जिससे सरकार राजनीतिक लाभ लेने के भी प्रयास में है। लेकिन जिस तरह से आम जनता ने सड़क पर उतर कर गुजरात में अपना आक्रोश जीएसटी को लेकर जताया था उस आक्रोश का नतीजा बीजेपी को गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद देखने को मिल सकता है।
यह देश जितना अंबानी का है उतना ही आम जनता का भी है। बड़े बड़े उद्योगपतियों से ही सिर्फ देश नहीं चलता लकिन सरकार सिर्फ बड़े उद्योगपतियों का ही सोच रही है शायद तभी सरकार आम आदमी को नज़रअंदाज़ करते। अगर उद्योग में मंदी है और इस तथ्य के कारण लाखों लोगों के रोजगार बंद हैं क्योंकि हम इस वर्ष की सालगिरह के खिलाफ विरोध कर रहे हैं।