गुजरात कांग्रेस और पाटीदारों के बीच मचा कोहराम
20 Nov 2017
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ब्यूरो रिपोर्ट/in२४ न्यूज़
गुजरात विधान सभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस पार्टी ने अपनी कमर कस ली है। कांग्रेस ने 19 नवंबर की शाम अपने 77 उम्मीदवारों की सूची जारी की जिसके बाद पाटीदार समाज और गुजरात कांग्रेस के बीच कोहराम मच गया। आपको बता दें कि उन 77 उम्मीदवारों में पाटीदार समाज के महज़ दो उम्मीदवार होने से पाटीदार समाज नाराज़ दिखा जिसके बाद उन्होंने बवाल खड़ा किया। पाटीदार समाज ने अपना आक्रोश गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भारत सिंह सोलंकी के घर के सामने प्रकट करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
इस पूरे विवाद में भारत सिंह सोलंकी ने दख़लअंदाज़ी तो नहीं की लेकिन पाटीदार आंदोलन के संयोजक दिनेश बामनिया ने अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि, " कांग्रेस ने यह फैसला हमारे साथ बिना बातचीत किए लिया है, और हम पाटीदार समाज इस फैसले के सख्त खिलाफ हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद पाटीदारों का आक्रोश इस कदर बढ़ गया था कि वे सब पुलिस के साथ हाथापाई पर उतारू हो गए।
एक तरफ जहां पाटीदारों और पुलिस के बीच हाथापाई चल रही थी तो वहीँ दूसरी ओर पाटीदारों ने सूरत में भी विरोध प्रदर्शन किया। पाटीदारों को इस विधान सभा चुनाव में कांग्रेस से 25 सीटें चाहिए थी लेकिन कांग्रेस ने महज़ 11 सीटें उन्हें थमाई और यही विवाद का कारण भी बना। पहली सूची के अनुसार हार्दिक पटेल के करीबी ललित वसोया को धारोजी से और नीलेश कंबानी को कमरेज़ से टिकट दिया गया है।
बहरहाल चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों में टिकट पर बवाल मचना आम बात है लेकिन इस चुनाव की खासियत यह है कि भाजपा जहां अपनी साख बचाने की जद्दोजहद में है तो वही कांग्रेस भाजपा के गढ़ में सत्ता हासिल करने की कोशिश में हाथ पैर मार रही है। फ़िलहाल यही कहा जा सकता कि असली तस्वीर चुनाव परिणाम के बाद ही सबके सामने आ पायेगी, मगर राजनीतिक गलियारों में बयानबाज़ी की जबरदस्त गंगा बह रही है जिसमें हर कोई डुबकी लगा रहा है।