कांग्रेस और हार्दिक पटेल के बीच 'ऑल इस वेल'

 22 Nov 2017  1289

सौम्य सिंह/in24 न्यूज़ 

गुजरात विधान सभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नज़दीक आ रही है राजनीतिक दलों के बीच काफी गहमागहमी बढ़ गई है। कांग्रेस और पाटीदारों के बीच हाल ही में विवाद बढ़ा था लेकिन यह तब शांत हुआ जब गुजरात कांग्रेस ने हार्दिक पटेल की सारी शर्ते मंज़ूर कर ली। इस खबर की पुष्टि करने के लिए हार्दिक पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि, "कांग्रेस ने आरक्षण की हमारी मांग मंज़ूर कर ली"।

इस मसले पर जब कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से पूछा गया तो उनका जवाब था कि, " हार्दिक पटेल की आरक्षण की जो मांग थी उसे हमने मंज़ूर कर ली है और यह एक सोचे समझे फार्मूला के तहत लिया गया फैसला है "। हर्दिक पटेल ने यह साफ़ कर दिया है कि उनका मोर्चा भाजपा के खिलाफ है क्योंकि भाजपा के विकास की बुनियाद ही झूठी साबित हो चुकी है।

हालांकि कांग्रेस का खुलकर समर्थन न कर हार्दिक पटेल ने कांग्रेस की तारीफ़ जरूर की साथ ही उन्होंने अपने आप को कांग्रेस का एजेंट की बात बात को सिरे से खारिज कर किया। कपिल सिबब्ल अपने बयान में यह स्पष्ट कह चुके हैं कि ," अगर कांग्रेस गुजरात की सत्ता में आती है, तो पाटीदारों के आरक्षण का प्रस्ताव पास कराएगी ,जिससे करीब 50 फीसदी पाटीदारों को आरक्षण का लाभ मिलेगा।

जवाब में भाजपा नेता नितिन पटेल ने भी अपने तीखे बयानों से हार्दिक पटेल और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, " हार्दिक पटेल और कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे को लेकर गुजरात की तमाम जनता को गुमराह करने की कोशिश में लगी हुई है साथ ही यह समझौता मूर्खता की सबसे बड़ी निशानी है, क्योंकि कांग्रेस ने हार्दिक को आरक्षण के झूठे वायदे देकर बेवकूफ बनाया "।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने हार्दिक के बयानों के जवाब में कहा कि, "देश का कानून आरक्षण को लेकर स्पष्ट है और इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है । जहां तक सवाल रहा कांग्रेस और हार्दिक के समझौते का तो वो महज़ एक जुमलेबाज़ी है जो पाटीदारों और जनता को गुमराह करने की कोशिश में लगी हुई है "। इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि जनादेश किसके समर्थन में जाता है।