मुंबई पहुंची टीम दिल्ली की एनसीबी टीम ने दर्ज किया समीर वानखेड़े का बयान

 27 Oct 2021  683

संवाददाता/in24 न्यूज़.
एनसीबी के मुंबई दफ्तर के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के खिलाफ विजिलेंस की जांच के लिए टीम ने बुधवार को उनका बयान दर्ज किया। जानकारी के मुताबिक एनसीबी के दफ्तर में ही वानखेड़े का बयान दर्ज किया गया है। वानखेड़े का बयान दर्ज करने के लिए विजिलेंस की टीम दिल्ली से आई है। विजिलेंस की टीम में डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह के अलावा, एनसीबी दिल्ली हेडक्वार्टर की सुपरिटेंडेंट महक जैन, एनसीबी दिल्ली हेडक्वार्टर के इंटेलिजेंस अधिकारी कपिल और दिल्ली हेडक्वार्टर के ही दो अन्य अधिकारी एनसीबी मुंबई के दफ्तर में हैं। बयान दर्ज किए जाने के बाद समीर वानखेड़े मुंबई एनसीबी दफ्तर से निकल गए। बताया जा रहा है बांद्रा इलाके के सीआरपीएफ मेस को एनसीबी विजिलेंस टीम ने अपना कैम्प ऑफिस बनाया हुआ है जबकि डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह मुंबई बांद्रा इलाके की एक होटल में रुकेंगे। गौरतलब है कि एनसीबी ने आर्यन खान को छोड़ने के बदले में एजेंसी के मुंबई मंडल के निदेशक समीर वानखेड़े समेत कुछ अधिकारियों द्वारा 25 करोड़ रुपए की वसूली मांगने के एक गवाह के दावों की सतर्कता जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद दिल्ली की टीम मुंबई पहुंची। उधर, बॉम्बे हाई कोर्ट ने नवाब मलिक के खिलाफ दायर की याचिका पर अर्जेंट सुनवाई से इनकार कर दिया। कोर्ट ने इस मामले पर याचिकाकर्ता को दिवाली वेकेशन के बाद सुनवाई होने या वेकेशन बेंच के पास जाने को कहा। याचिका नवाब मलिक द्वारा समीर वानखेड़े पर किए जा रहे कमेंट को रोकने के लिए दायर की गई है। इस याचिका में कहा गया है कि नवाब मलिक सिर्फ समीर वानखेड़े और उनके परिवार को बदनाम करने और उनके हौसला तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट में मंगलवार को जनहित याचिका दाखिल करने वाले कौसर अली ने खुद को मौलवी और नशा करने वालों के पुनर्वास के लिए काम करने वाला व्यक्ति बताया है। अली ने बॉम्बे हाई कोर्ट से मलिक को एनसीबी या आर्यन खान मामले से जुड़ी किसी अन्य जांच एजेंसी और ऐसी एजेंसियों के अधिकारियों के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करने का निर्देश देने का आग्रह किया है। याचिकाकर्ता का कहना है कि इस तरह की बयानबाजी से जांच एजेंसियों का मनोबल गिरेगा और नशीली दवाओं के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। अब देखना होगा कि इस मामले में किस तरह का फैसला आता है!