मुंबई (mumbai) से सटे पालघर (palghar) के नालासोपारा (nalasopara) में बिजली की चपेट में आने से एक 10 साल के बच्चे की मौत हो गयी. यह घटना नालासोपारा पूर्व के राशिद कंपाउंड में स्थित सदगुरु सोसायटी की है. यहां के लोगों का कहना है कि नालासोपारा के चाल माफिया और महावितरण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का ये परिणाम है कि प्रत्यक्ष यादव नाम के मासूम बच्चे को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. दरअसल प्रत्यक्ष यादव अपने घर के बाहर क्रिकेट खेल रहा था, कि उसी दौरान उसकी गेंद छत पर चली गयी. जिसे उतारने के लिए वह घर की छत पर चढ़ गया लेकिन, प्रत्यक्ष को नहीं पता था कि जिस छत पर वो चढ़ा है उसी छत के ऊपर से 11 हजार वोल्टेज वाला बिजली का तार गया हुआ है जिसकी की चपेट में आने से दस वर्षीय प्रत्यक्ष बुरी तरह से झुलस गया जिसमे उसकी बड़ी दर्दनाक तरीके से मौत हो गयी. प्रत्यक्ष की मौत के बाद उसके घर वाले जहां सदमे में है, तो वही सद्गुरु वेलफेयर सोसायटी में रहने वाले नागरिक काफी दहशत में है. प्रत्यक्ष की मौत के बाद उसके घर वाले इस पूरी दुर्घटना के लिए बिजली सप्लाई करने वाली महावितरण कंपनी के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहरा रहे है. मृतक प्रत्यक्ष के परिजनों समेत स्थानीय लोगों का कहना है कि चाल माफिया घर बना कर दे देते हैं लेकिन लोगों की सुरक्षा के मानकों पर वे ध्यान नहीं देते वहीं महावितरण कंपनी के अधिकारी भी बिजली का बिल लेने तो आ जाते हैं लेकिन घर के ऊपर से गुजरने वाली बिजली की नंगी तारों का कुछ नहीं करते.