पुणे में कोरोना के सर्वाधिक मरीज़

 04 Sep 2020  1423

संवाददाता/in24 न्यूज़.
विश्वव्यापी जानलेवा बीमारी कोरोना ने महाराष्ट्र को जबरदस्त तरीके से अपनी चपेट में ले रखा है. पुणे पर भी जबरदस्त असर पड़ा है. बता दें कि कोरोना के संकट काल के बीच महाराष्ट्र का पुणे शहर अब देश के सबसे अधिक संक्रमित मरीजों का शहर बन गया है। पुणे शहर में अब तक कुल 1.82 लाख कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, जो कि देश में एक शहर के लिहाज से सबसे अधिक है। देश में सबसे ज्यादा कोविड केस जिन 5 शहरों में हैं, उनमें महाराष्ट्र के तीन शहर शामिल हैं। पुणे के अलावा इस सूची में दूसरे स्थान पर मुंबई शहर है। मुंबई में कुल 1.48 लाख केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं। इसके बाद चेन्नै शहर है, यहां 1.37 लाख केस मिले हैं। ठाणे जिला (1.35 लाख केस) इस सूची में चौथे स्थान पर है। वहीं बेंगलुरु पांचवें स्थान पर (1.35 लाख केस) है। बुधवार को पुणे शहर ने दिल्ली के 1.79 लाख मरीजों की संख्या को पार कर लिया है। अब ये शहर में देश में सबसे अधिक मरीजों का शहर है। महाराष्ट्र में पुणे शहर में ही मिले थे पहले मरीज पुणे शहर से ही महाराष्ट्र में कोरोना के पहले दो मरीज मिले थे। बाद में संक्रमण का प्रभाव बढ़ा तो मुंबई शहर इसकी चपेट में आ गया। मुंबई में मई, जून, जुलाई और अगस्त के महीने में केस बढ़ते रहे। वहीं पुणे में सिर्फ जुलाई महीने में इतने केस बढ़े कि इसकी रफ्तार बेकाबू हो गई। 14 से 27 जुलाई के बीच देश में कुल 5 लाख 74 हजार 858 केसों की पुष्टि हुई। इनमें 37 हजार 950 मरीज पुणे शहर से थे। बताया जा रहा है कि पुणे जिले में जितने नए केस आ रहे, उसमें बड़ा हिस्सा यहां के शहरी क्षेत्र और पिंपरी-चिंचवाड़ के ग्रामीण इलाकों का है। शहरी इलाकों में सबसे अधिक केस बुधवार तक पुणे शहर में 1.04 लाख केस मिले हैं, जबकि यहां 2607 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। वहीं पुणे ग्रामीण में 27 हजार 863 कोरोना मरीज मिल चुके हैं और 745 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। वहीं पिंपरी-चिंचवड के हिस्से में कुल 50 हजार 794 केसों की पुष्टि हुई है और 808 लोग बीमारी के कारण जान गंवा चुके हैं।हर रोज कराए जा रहे करीब 11 हजार टेस्ट पुणे म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के कमिश्नर विक्रम कुमार का कहना है कि इस शहर में हर रोज करीब 11 हजार टेस्ट कराए जा रहे हैं। यही कारण है कि यहां पर मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के शुरूआती दौर में पुणे को रेड जोन में रखा गया था.