सचिन वाजे का किया गया ट्रांस्फर
12 Mar 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे को मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट से मुंबई पुलिस के सिटीजन फैसिलिटेशन सेंटर में ट्रांसफर कर दिया गया है. 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक के साथ मिली कार मामले में सचिन वाजे पर आरोप लगे थे. अंबानी के घर के पास मिली कार के मालिक माने जा रहे ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की पत्नी ने आरोप लगाया था कि उनके पति ने वह स्कॉर्पियो कुछ समय के लिए इंस्पेक्टर सचिन वाजे को दी थी. हालांकि वाजे ने इससे इंकार किया था. ख़बर के मुताबिक़ नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस द्वारा राज्य विधानसभा में हिरेन की संदिग्ध मौत का मुद्दा उठाए जाने के बाद स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के महीनों पहले अंबानी के घर के पास पायी गई स्कॉर्पियो का उपयोग वाजे ने किया था, फडणवीस ने वाजे की गिरफ्तारी की मांग की थी. गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को विधान परिषद में अधिकारी के स्थानांतरण की घोषणा की. स्कॉर्पियो पाए जाने के एक दिन बाद देशमुख ने एक वीडियो बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि मुंबई क्राइम ब्रांच मामले की जांच करेगी. क्राइम ब्रांच यूनिट की कमान वाजे संभाल रहे थे. स्कार्पियो का पता ठाणे निवासी 48 वर्षीय मनसुख हिरेन से जुड़ा, जिन्होंने 18 फरवरी को कार चोरी होने की सूचना दी थी. हिरेन को कई एजेंसियों ने पूछताछ के लिए बुलाया था और उसने कहा कि उसने शिकायत दर्ज की थी कि एसयूवी चोरी हो गई थी. 4 मार्च को हिरेन की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई. उसका शव ठाणे जिले में एक नाले पर बह गया. तीन दिन बाद हिरेन की पत्नी, विमला (43) ने महाराष्ट्र एटीएस की जांच टीम को एक बयान दिया कि हिरेन की हत्या की गई है और उसे संदेह था कि वाजे का इसमें हाथ था. बयान से पता चला कि हिरेन, वाजे को अच्छी तरह से जानता था. हिरेन की पत्नी विमला ने कहा है कि हिरेन ने इस कार को असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे को इस्तेमाल के लिए दे दिया था और कार नवंबर 2020 से इस साल 5 फ़रवरी तक वाजे के पास थी. बहरहाल सचिन वाजे के स्थानांतरण के बाद आगे का मामला क्या रंग लाता है, यह देखना होगा.