फ़रीदाबाद और दिल्ली में सांस लेना हुआ दूभर

 27 Oct 2018  1203
संवाददाता/in24 न्यूज़.  

मानव का अस्तित्व प्राण वायु ऑक्सीजन पर टिका है अगर लोगों को प्राण वायु की जगह मरण वायु मिल रही हो तो लोगों का सांस लेना भी दूभर होगा। इस तरह की जहरीली हवा देश के अलग-अलग हिस्सों में देखी जा रही है।   
दिवाली से पहले ही पूरे उत्तर भारत समेत दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा खराब होने लगी है। देशभर में 70 शहरों में प्रदूषण के मामले में शुक्रवार को फरीदाबाद सबसे ऊपर यानी पहले पायदान पर और गुरुग्राम दूसरे पायदान पर रहा। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक का औसत 381 दर्ज किया गया, इसके पीछे 378 अंक के साथ गुरुग्राम दूसरे नंबर पर रहा। हालांकि राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता 361 दर्ज की गई लेकिन आनंद विहार इलाके में यह सूचकांक 409 तक पहुंच गया यानि यहां फरीदाबाद से भी ज्यादा वायु प्रदूषण रहा।
औधोगिक नगरी के आसमान में शुक्रवार सुबह बदली और धूंध छाई रही। सुबह आठ बजे यहां प्रदूषक पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 की मात्रा 500 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर के अधिकतम बिंदु तक पहुंच गई

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक पीएम 2.5 की मात्रा बृहस्पतिवार रात आठ बजे भी 500 माइक्रोगाम/घनमीटर पहुंची थी लेकिन रात में यह मात्रा 382 से 388 माइक्रोग्राम/ घनमीटर के बीच रही। शुक्रवार को पीएम 2.5 का औसत 373 माइक्रोग्राम/घनमीटर रहा। 

पूरे दिन में पीएम 2.5 की मात्रा 240 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर से कम नहीं हुई। इस दौरान वातावरण में नाइट्रोजन ऑक्साइड का घनत्व भी 107 से 172 माइक्रोग्राम/प्रतिमीटर और सल्फर डाइऑक्साइड का घनत्व 23 से 48 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज किया गया। गौर करने वाली बात है कि इस तरह हवा दूषित होने लगी तो लोगों का जीना आसान नहीं जाएगा