स्वच्छ भारत को मुंह चिढ़ा रहा है बनासकांठा का शौचालय

 15 Mar 2019  1406
संवाददाता/in24न्यूज़।
 
"स्वच्छ भारत-स्वस्थ्य भारत" के निर्माण के साथ, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान के दौरान गांधीजी की 150वीं जयंती का शुभारंभ किया गया था। इस दौरान स्वच्छता पर भी खासा जोर दिया गया। लेकिन प्रधानमंत्री के गृह राज्य के बनासकांठा की बात करें तो यहां पर शौचालयों की बदहाली शीर्ष पर है जिसका निर्माण हुए अभी एक साल भी पूरे नहीं हुए लेकिन इसे देखने के बाद ऐसा लगता है कि मानो ये अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर हो। इस शौचालय के उद्घाटन के दौरान नारियल फोड़ा गया था हार अगरबत्ती से इसका भूमिपूजन किया गया था लेकिन आज इसको देखने के बाद ऐसा लगता है कि ये खुद प्रशासन और केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ा रहा है.... और स्थानीय प्रशासन यहां की स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा मामला है बनासकांठा के लखानी तालुका के अंतर्गत आने वाले बस अड्डे के पास का इस शौचालय में गन्दगी का साम्राज्य इतना ज्यादा है कि नागरिक इसका उपयोग भी नहीं कर सकते हैं। यहां तक कि शौचालय को कभी साफ भी नहीं किया जाता। सवाल ये भी उठ रहा है कि क्या स्थानीय प्रशासनिक महकमे में कार्यरत अधिकारीयों को ये भी नहीं पता कि लाखनी तहसील के विकास के प्रति उनकी जिम्मेदारी क्या है.. जब स्वच्छ अभियान के उपलक्ष्य में तस्वीरें खिचवाकर अपना नाम करने की कवायद शुरू होती है तो क्या आम जनता को बेवकूफ बनाया जाता है अब इसी बात की चर्च चारों तरफ होने लगी है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे भारत को स्वच्छ बनाने के लिए एक अभियान शुरू किया, लेकिन लाखणी तालुका का विकास आज भी कोसों दूर है। आखिर अधिकारियों को कब अपनी जिम्मेदारी गांधीजी के नारे को स्वच्छता और प्रभुता सूत्र को साक्षात करेगा ? केवल हाथ में झाड़ू लेकर फोटो खींचवाने से स्वच्छ भारत अभियान का सपना साकार हो जायेगा ये अपने आपमें एक बड़ा सवाल है।