मंकीपॉक्स से लड़ने के लिए सरकार ने कसी कमर

 24 May 2022  486

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना संकट के बीच नई बीमारी मंकीपॉक्स के प्रकोप को रोकने के लिए तमिलनाडु, महाराष्ट्र और राजस्थान सरकार ने कमर कस ली है. तमिलनाडु ने जहां संदिग्धों को क्वारंटीन करने निर्देश जारी किए हैं तो वहीं मुंबई में महानगर पालिका ने भी क्वारंटीन सेंटर्स को तैयार कर दिया है. इसके अलावा राजस्थान ने भी संदिग्धों के सैंपलों की जांच की बात कही है. बता दें कि दुनिया के कुछ देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आने के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने NCDC और ICMR को स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि 12 देशों में मंकीपॉक्स के 100 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. तमिलनाडु सरकार ने कल जिलाधिकारियों और निगम कमिश्नरों को इस दुर्लभ बीमारी 'मंकीपॉक्स' के संदिग्ध मामलों की निगरानी और पहचान करने के लिए मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों में क्वारंटीन सेंटर्स में रखने के निर्देश दिए हैं. तमिलनाडु के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ जे राधाकृष्णन ने अधिकारियों को उन लोगों में इस बीमारी के किसी भी तरह के लक्षणों की निगरानी करने को कहा जिन्होंने पिछले 21 दिनों में उस देश की यात्रा की है जहां हाल में इसके मामलों की पुष्टि की गई है या संदिग्ध मामले सामने आए हैं. मनपा ने मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में संदिग्ध मरीजों को पृथक रखने की व्यवस्था के तहत 28 बिस्तरों वाला एक वार्ड तैयार रखा है. मनपा के जन स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक मुंबई में मंकीपॉक्स के किसी भी संदिग्ध मरीज या पुष्ट मामले की कोई सूचना नहीं मिली है. पशुओं से फैलने वाले संक्रामक रोग के बारे में जारी एक परामर्श में बीएमसी ने कहा कि हवाई अड्डे के अधिकारी इस बीमारी से प्रभावित और गैर-प्रभावित देशों, जहां इसका प्रकोप बढ़ने की आशंका है, वहां से आने वाले यात्रियों की जांच कर रहे हैं. इसी तरह राजस्थान में भी ने उन सैलानियों पर निगाह रखने के लिए कहा है जो उन देश की यात्रा करके आए हैं, जहां इसके मामलों की पुष्टि की गई है या संदिग्ध मामले सामने आए हैं. साथ ही अधिकारियों को क्वांरटीन सेंटर्स को भी तैयार करने के लिए भी कहा गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक प्रमुख सलाहकार ने विकसित देशों में मंकीपॉक्स के प्रकोप को अप्रत्याशित घटना के रूप में वर्णित किया है. उन्होंने कहा कि यूरोप में हाल में दो रेव पार्टी में जोखिम भरे सेक्सुअल बिहेवियर के कारण संभवत: इसका प्रसार हुआ है.  WHO के आपातकालीन विभाग के प्रमुख रहे डॉ. डेविड हेमन ने कहा कि सबसे मजबूत सिद्धांत यह है कि स्पेन और बेल्जियम में आयोजित दो रेव पार्टी में समलैंगिकों और अन्य लोगों के बीच फिजिकल रिलेशंस की वजह से इस बीमारी का प्रसार हुआ है. मंकीपॉक्स पूर्व में अफ्रीका के बाहर नहीं फैला था, जहां पर यह स्थानीय स्तर की बीमारी थी. ब्रिटेन के स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने मंकीपॉक्स को लेकर एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि ऐसा व्यक्ति जो मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के सीधे सम्पर्क में आया है या किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ किसी मकान में एकसाथ रहा है जिसके कारण उसके वायरस से संक्रमित होने का जोखिम है, उसे 21 दिनों तक आइसोलेट की सलाह दी जाती है. मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस से होता है, जो चेचक यानी स्मॉलपॉक्स से संबंधित वायरस है. चेचक केवल मनुष्यों को संक्रमित करता है लेकिन मंकीपॉक्स एक पशु वायरस है जो किसी बंदर या अन्य जानवर द्वारा काटे जाने या खरोंच मारने पर मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है. आम तौर पर यह मनुष्यों के बीच आसानी से नहीं फैलता और केवल करीबी संपर्क के मामलों में ही फैलता है. अध्ययनों में पाया गया है कि मंकीपॉक्स से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने वाले करीब तीन फीसदी लोग संक्रमित होंगे. बहरहाल, सरकार ने इससे सुरक्षा के लिए कमर कस ली है.