मुफ्त टीके और मुफ्त अनाज के लिए भारत को अतिरिक्त 800 बिलियन रुपए करने होंगे खर्च

 08 Jun 2021  936

संवाददाता/in24 न्यूज़
 भारत ने कोरोना से बचने और लड़ने के लिए बड़ा कदम उठाया है. सरकार इससे प्रभावित लोगों को मुफ्त वैक्सीन और भोजन मुहैया करवाने जैसे कदम उठा रही है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक घातक कोरोना वायरस लहर से प्रभावित हुए लाखों लोगों को मुफ्त टीके और भोजन उपलब्ध कराने के लिए भारत को अतिरिक्त 800 बिलियन रुपये (11 बिलियन डॉलर) खर्च करने होंगे. सरकार नवंबर तक गरीबों और अन्य पात्र समूहों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त 700 बिलियन रुपये रखेगी. इस मामले के जानकार लोगों ने कहा कि मुफ्त टीकाकरण के लिए प्रशासन को अतिरिक्त 100 अरब रुपये की आवश्यकता होगी. दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के 16 जनवरी से शुरू होने के बाद से भारत ने 232 मिलियन खुराक दी है, जिसमें 3.4 फीसदी आबादी अब पूरी तरह से प्रतिरक्षित है. ब्लूमबर्ग वैक्सीनेशन ट्रैकर के अनुसार उस गति से, 75 फीसदी आबादी को कवर करने में 22 महीने लगेंगे. पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए सोमवार को कहा कि भारत कोरोना की लहर के दौरान बहुत बड़ी पीड़ा से गुजरा है. हममे से कई लोगों ने अपनों को खोया है. ऐसे परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. बीते 100 सालों में आई यह सबसे बड़ी महामारी है. इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने कभी नहीं देखी थी. उन्होंने कहा कि देश में अब तक 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी है. आने वाले दिनों में कोरोना वैक्सीन की सप्लाई बढ़ने वाली है. देश में 7 विभिन्न कंपनियां वैक्सीन का उत्पादन कर रही हैं. अन्य 3 वैक्सीन का ट्रायल भी चल रहा है. बच्चों के लिए भी दो वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है. इसके बावजूद विपक्ष सवाल उठाने से बाज नहीं आ रहा.