नीरव मोदी ने भारत आने की बात पर कहा कोरोना और आत्महत्या का डर

 22 Jul 2021  633

संवाददाता/in24 न्यूज़।
भारत को चूना लगानेवाला भगोड़ा कारोबारी नीरव मोदी ने बुधवार को लंदन की एक अदालत को बताया कि यदि उन्हें भारत को प्रत्यर्पित किया जाता है और मुंबई की आर्थर रोड जेल में स्थानांतरित किया जाता है तो उनकी मानसिक बीमारी के कारण आत्महत्या का जोखिम बढ़ जायेगा. उन्होंने जेल में कोरोना से संक्रमित होने के जोखिमों का भी हवाला दिया. नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप है. फरवरी में यूके में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने आदेश दिया था कि भगोड़े हीरा व्यापारी को मुकदमे का सामना करने के लिए भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है. 15 अप्रैल को ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने मोदी के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी. उनके वकीलों ने अब प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ एक बार फिर अपील करने के लिए एक नई याचिका दायर की है. मोदी की ओर से पेश बैरिस्टर एडवर्ड फिट्जगेराल्ड ने फरवरी में प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ तर्क दिया था. उन्होंने कहा कि न्यायाधीश का यह निष्कर्ष गलत था कि मोदी की गंभीर अवसाद की स्थिति उनकी कैद को देखते हुए असामान्य नहीं थी. लेकिन उन्होंने खुद को मारने के लिए तत्काल आवेग प्रदर्शित नहीं किया. ब्लूमबर्ग ने बताया कि वकीलों ने आर्थर रोड जेल में चिकित्सा सुविधाओं पर भी संदेह जताया और कहा कि मोदी के प्रत्यर्पण से जेल में कोरोना मामलों का सामना का सामना करना पड़ सकता है. फिट्जगेराल्ड ने तर्क दिया कि हम नहीं जानते कि भारतीय जेल में उन्हें किस तरह रखा जाएगा.