उत्तर प्रदेश में हुई रेल दुर्घटना का जिम्मेदार कौन ?
19 Aug 2017
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ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बड़ा रेल हादसा हुआ जिसमे पुरी से हरिद्वार जा रही उत्कल एक्सप्रेस शनिवार की शाम करीब पौने छह बजे मुजफ्फरनगर से खतौली रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई। ट्रेन के करीब आठ डिब्बे पटरी से उतरकर अगल-बगल के घरों और एक स्कूल में घुस गए। आपको बता दें कि ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी। हादसा शनिवार की शाम 5 बजकर 46 मिनट पर हुआ है। ट्रेन का नंबर 18477 है। इसके अलावा रेल के कई कोच एक दूसरे में घुस गए। ट्रेन में सफर कर रहे करीब आधा दर्जन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। रेल पटरी से उतरे डिब्बों में यात्री फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने के लिए डिब्बा काटने खातिर क्रेन बुलाई गई।
हादसे के बाद चारों तरफ चीख पुकार मच गयी। इलाके में पूरी तरह से कोहराम मच गया। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन में भी हड़कम्प मच गया। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस प्रशासन की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुट गयी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रेन जैसे ही खतौली रेलवे स्टेशन के पार निकली तभी तीसरे नंबर की बोगी पटरी से उतर गई और इसके बाद करीब आठ डिब्बे पटरी से उतर गए। घायलों को स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। फिलहाल बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। हादसे के बाद ट्रेन यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
दर्जनों गाड़ियां बीच रास्तों में रोक दी गयी हैं जिससे ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित हो गयी जो जहां था वहीं फंस गया। वहीं हालात का जायजा लेने के लिए रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा घटना स्थल पर पहुंचे। रेलवे की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। हेल्पलाइन नंबर 09760534054/5101 पर कॉल करके जरूरी जानकारी ले सकते हैं। केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु खुद पूरे हालात पर नजर रख रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मौके पर पहुंचे और राहत और बचाव कार्य की निगरानी करें।
सुरेश प्रभु ने ट्वीट करके कहा है कि मेडिकल गाड़ियां मौके पर पहुंच गई है। राहत और बचाव काम को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल हादसे के जांच की बात कही है। उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रेल हादसे की घटना पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने राहत और बचाव में कोई कमी नहीं रहने देने की बात कही है।
बहरहाल रेल दुर्घटना बड़ी दुर्घटना मानी जाती है जिसे रोकने के लिए रेल प्रशासन की ओर से उठाये गए अब तक के सारे प्रयास विफल साबित हुए हैं ऐसे में रेल हादसों को रोकने के लिए यदि रेल मंत्रालय की ओर से कोई पुख्ता कारगर कदम नहीं उठाया गया तो भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से भी इंकार नहीं किया जा सकता।