1000 किमी लंबी सुरंग का नहीं होगा निर्माण-चीन 

 31 Oct 2017  1465
  ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़  

चीन की ब्रह्मपुत्र का पानी डायवर्ट करने के लिए जो 1000 किलो मीटर लंबी टनल बनाने की परीयोजना थी, उसे अमल में लाने से साफ़ इंकार किया है। चीन की विदेश प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बयान जारी करते हुए रिपोर्ट को झूठ बताया  और साथ ही चुनयिंग ने कहा कि चीन हमेशा से ही ट्रांस बॉर्डर जल संसाधन में मदद करता रहा है और आगे भी वह मदद करता रहेगा, साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि चीन भविष्य में भी ब्रह्मपुत्र नदी का पानी अपने पड़ोसी देशों के साथ बांटता रहेगा।आपको बता दें, कि हाल ही में यह रिपोर्ट आई थी कि ब्रह्मपुत्र को लेकर चीन ने नया प्लान तैयार किया है। जिसमे चीनी इंजीनियरों ने ब्रह्मपुत्र का पानी डायवर्ट करने के लिए 1000 किलो मीटर लंबी टनल बनाने की योजना तैयार की है।

इस टनल के जरिए ब्रह्मपुत्र का पानी तिब्बत से जिनजियांग की तरफ मोड़ने की योजना है। हालांकि चीन के इस नए दावे से रिपोर्ट पर सवाल उठ गए हैं और भारत के लिए फिलहाल यह खबर राहत के रूप में आई है। वहीं दूसरी तरफ चीन अपनी ओर से 1000 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाकर ब्रम्हपुत्र के पानी को मोड़ने के सवाल पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि शायद कोई रिपोर्ट में ऐसी खबर होगी, लेकिन ऐसा चीन की सरकार की तरफ से नही कहा गया है और भारत सरकार इस रिपोर्ट खंडन करती है। आपको बता दें कि डोकलाम विवाद सुलझने के बाद से चीन और भारत दोनों की तरफ से सकारात्मक रिश्ते की पहल हुई है।

चीन के कई अधिकारी और खुद राष्ट्रपति शी जिनपिंग पड़ोसियों खासकर भारत से सकारात्मक रिश्तें की बात कह चुके हैं और साथ ही इस घोषणा को भी इसी दिशा में एक पहल के रूप में देखा जा सकता है। आपको बता दे कि दरअसल इस रिपोर्ट पर चर्चा तब शुरू हुई जब  हांगकांग के अखबार 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' ने यह खबर दी थी कि चीनी इंजीनियरों ने ब्रह्मपुत्र का पानी डायवर्ट करने के लिए 1000 किलो मीटर लंबी टनल बनाने की योजना तैयार की है और  इस कदम से 'शिनजियांग के कैलीफोर्निया में तब्दील होने' की उम्मीद है। लेकिन इस कदम से पर्यावरणविदों में चिंता पैदा हो गई है क्योंकि इसका हिमालयी क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक यह प्रस्तावित सुरंग चीन के सबसे बड़े प्रशासनिक क्षेत्र को पानी मुहैया कराने का काम करेगी।