मेट्रो - 3 परोयोजना के तहत जमीन के नीचे से दौड़ेगी ट्रेन !
13 Nov 2017
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ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
मुंबई महानगर की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन-3 का निर्माण कार्य शुरू हो चूका है और इसके लिए नया नगर स्थित शाफ्ट में टीबीएम मशीन का प्रयोग किया गया है। गौरतलब है कि टीबीएम मशीन कैसे काम करेगी, किस तरह से बिना जमीन को नुकसान पहुंचाए खुदाई का काम करेगी, इसको लेकर लोगों के मन कई सवाल हैं। फिलहाल खुदाई का काम जमीन से 28 मीटर नीचे तक किया जा रहा है, इसलिए ऑक्सीजन की मात्रा में संतुलन बनाए रखने के लिए एयर ब्लोअर का भी उपयोग किया गया है।
टीबीएम मशीन का तीसरा भाग, जो कि सिलिंडर जैसा है वो खुदाई के दौरान निकलने वाली मिट्टी को बाहर गिराता है और इससे निकलने वाली मिट्टी को बाहर निकालने वाली क्रेन भी लगाई गई है साथ ही मशीन के आगे का भाग कटर है, जो गोलाई के आकार में जमीन में छेद कर टनल का निर्माण करता है। यातायात विशेषज्ञों के अनुसार मेट्रो-3 के लिए अंडरग्राउंड रूट बनाने वाली टीबीएम मशीनें अबतक की सबसे बेहतर तकनीक हैं।
इससे खुदाई करने पर आस-पास के इलाकों में कंपन नहीं होता और मुंबई जैसे महानगर शहर में ऐसी मशीनों का इस्तेमाल फायदेमंद है। आपको बता दे कि, मीरा रोड स्थित नया नगर में बनाए गए 28 मीटर गहरे शाफ्ट से दादर की दिशा में खुदाई काम शुरू किया गया है। इनके बीच मेट्रो के तीन स्टेशन का निर्माण किया जाएगा, जिसमें सिद्धिविनायक, दादर और धारावी मेट्रो स्टेशन के नाम शामिल हैं। इस निर्माण कार्य के लिए कुल तीन टीबीएम मशीनों का उपयोग होगा, जिनमें से 2 नया नगर शाफ्ट में उतारी जा चुकी हैं।