ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
रक्तदान है जीवनदान , इस मिसाल को कायम रखने के लिए हम में से हर किसी ने रक्दान किया है ,शायद तभी मुंबई जैसे बड़े शहर में इस संकल्प को आगे बढ़ाने के साथ साथ, उस हर शक़्स को रक्त मुहैया कराने की कोशिश की जायेगी जिसे इसकी जरुरत हो। स्टेट ब्लड ट्रांफ्यूजन कॉउंसिल (एसबीटीसी) के मुताबिक़ कुछ ब्लड बैंक ऐसे पाए गए जहां खून उपलब्ध होने के बावजूद मरीज़ के परिजन को ना बोल दिया जाता था। इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए एसबीटीसी ने यह आदेश जारी किया कि, अगर कोई ब्लड बैंक खून उपलब्ध होने के बावजूद मरीज़ के परिजनों को खून देने में आनाकानी करते है तो उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दे कि बीते 10 दिनों में खून की कमी की वजह से मरीज़ों का बुरा हाल रहा जिससे उन्हें कई मुसीबतों का सामना भी करना पड़ा। हाल ही में इससे जुडी एक घटना सामने आई कि, केईएम अस्पताल और जे.जे अस्पताल में खून होने के बावजूद अस्पताल के अधिकारयों ने ब्लड बैंक में खून मौजूद ना होने की खबर मरीज़ के परिजनों को दी, लेकिन बाद में जब परिजनों को यह खबर झूठी मालुम हुई ,उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत एसबीटीसी में दर्ज की। इस मामले में जब एसबीटीसी ने दखल दिया तो यह चौंका देने वाली बात सामने आई कि मामले से जुड़े सम्बंधित ब्लड बैंक के कुछ निचले अधिकारियों ने परिजनों को गलत सूचना दी साथ ही उन्हें नकारा भी गया।
एसबीटीसी के डॉक्टर अरुण थोरात ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि, ब्लड बैंक में कुछ निचले अधिकारियों द्वारा यह गलत सूचना परिजनों तक पहुंची जिसके बाद यह विवाद का मसला बना। डॉक्टर थोरात के मुताबिक़, भविष्य में ऐसा ना हो इसके लिए उन्होंने बाकी सभी 59 ब्लड बैंकों को यह आदेश जारी कर दिया ,और अगर ऐसा गलत करते कोई पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर 022-22830216 भी जारी किया गया है जिसमे किसी भी ब्लड के जरूरतमंद को यदि कोई भी शिकायत हो तो वह अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है, साथ ही एक ईमेल आईडी sbtc@mahabtc.com भी है जहां ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कराई जा सकती है।
डॉक्टर थोरात ने फ़िलहाल खून की कमी की खबर को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मुंबई के सभी ब्लड बैंको में पर्याप्त ब्लड मौजूद है और इसकी कमी का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता साथ ही भविष्य में उन्होंने और भी रक्तदान शिविर आयोजित करने की बात कही जो रक्तदान मुहीम के तहत आगे बढ़ाया जायेगा।