प्याज़ की क़ीमत ने शुरू किया ग्राहकों को रुलाना

 20 Sep 2019  948

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
प्याज बिना सब्ज़ी का ज़ायका कैसा होता है यह बताने की ज़रूरत नहीं है. खासकर जो लोग प्याज खाते हैं उन्हें प्याज का महत्व ज़्यादा पता है. मगर महंगाई ने प्याज खरीदने वालों को रुलाने का काम शुरू कर दिया है. गौरतलब बारिश के चलते आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से नई खेप मंडियों तक नहीं आने के कारण अब लोगों को प्‍याज का तड़का लगाना भी महंगा हो गया। महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश के किसानों के पास पहले के जो स्टॉक उनके घरों में हैं, वही स्टॉक मंडियों में आ रहे हैं, यही वजह है कि इसकी कीमतों में पिछले कुछ दिनों से बढ़ोतरी हो रही है। गुरुवार को इसके भाव में 1000 रुपए प्रति क्विंटल से भी अधिक का इजाफा हुआ। बाजार में प्याज का भाव बीते 4 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। खबरों के  अनुसार देश के सबसे बड़े होलसेल प्याज मार्केट 'लासलगांव एपीएमसी' में बीते गुरुवार को प्याज के भाव में 1000 रुपए प्रति क्विंटल से भी अधिक का इजाफा हुआ। इसके साथ ही इस बाजार में प्याज का भाव बीते 4 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। गुरुवार शाम को इस बाजार में प्याज का भाव 4500 रुपए प्रति क्विंटल के पार जा चुका है. बारिश के चलते आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से प्याज की नई खेप मंडियों तक पहुंची ही नहीं हैं। महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश के किसानों के पास पहले के जो स्टॉक उनके घरों में हैं, वही स्टॉक मंडियों में आ रहे हैं। इसलिए कीमतों में पिछले कुछ दिनों से बढ़ोतरी हो रही है। सितंबर 2015 में प्याज का भाव अधिकतम 4300 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंचा था। इस बाजार में अब का सबसे उच्चतम भाव 5700 रुपए प्रति क्विंटल था, जो कि 22 अगस्त को 2015 को दर्ज किया गया था।